नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- आपदा व आपात स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार दूर संचार विभाग के सेल ब्राडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से संदेश भेजकर नमूना परीक्षण कर रही है। लोगों के पास जब यह मैसेज पंहुच रहा है तो लोग बड़े ही आश्चर्य व भय से इसे देख रहे है। लेकिन बता दें कि इस मैसेज से किसी को डरने की जरूरत नही है यह फिर इमरजेंसी अलर्ट मैसेज है जिसके द्वारा सरकार भविष्य में किसी भी आपदा व आपात स्थिति में सभी को सूचित व सावधान कर सकती है।
आपको बता दें कि भारत सरकार 20 जुलाई से कई यूजर्स के फोन पर इमरजेंसी अलर्ट की टेस्टिंग कर रही है और इस मैसेज को दूरसंचार विभाग द्वारा भेजा जा रहा है। चलिए जानते हैं इमरजेंसी अलर्ट क्या है और सरकार कैसे इसका इस्तेमाल करने वाली है।
दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस मैसेज का कोई गलत अर्थ न निकाले। लोगों को यह सिर्फ इमरजेंसी अलर्ट देने के लिए विभाग द्वारा भेजा जाने वाला इमरजेंसी अलर्ट मैसेज है जिसका आपकों न तो कोई जवाब देना है और न ही इससे भयभीत होना है। भविष्य में किसी आपदा व आपत स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा यह इमरजेंसी अलर्ट मैसेज विकसित किया गया है ताकि समय पर हर व्यक्ति को सूचित किया जा सके और लोगों के जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किया जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपत्ति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।
क्या है वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट?
दरअसल, सरकार एक इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम पर काम कर रही है, ताकि बाढ़, सुनामी, तूफान या किसी अन्य प्राकृतिक आपदा जैसी आपात स्थिति में लोगों को तुरंत अलर्ट किया जा सके। यानी इमरजेंसी अलर्ट, इमरजेंसी नोटिफिकेशन सिस्टम का एक हिस्सा है, जिसका उपयोग सरकार दूरसंचार विभाग की मदद से स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को आगामी प्राकृतिक आपदा या आपात स्थिति के बारे में सूचित करने के लिए कर सकती है। इमरजेंसी अलर्ट से लोगों को पहले से या आपदा के दौरान सचेत करके उनकी जान बचाने में मदद मिलेगी।
फिलहाल सरकार इस सिस्टम की टेस्टिंग कर रही है और कई लोगों के स्मार्टफोन पर इस तरह के अलर्ट भेजे जा रहे हैं। विभाग के मुताबिक यह मैसेज एक इमरजेंसी ट्रायल है ताकि आपदा जैसी इमरजेंसी स्थिति में लोगों को अलर्ट किया जा सके।
वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट के फायदे
वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट, न केवल प्राकृतिक आपदाओं जैसी स्थितियों में बल्कि युद्ध या अन्य प्रकार की आपात स्थितियों के दौरान भी उपयोगी साबित हो सकता है और आम लोगों को अलर्ट कर सकता है। वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसकी मदद से सीधे स्मार्टफोन पर अलर्ट भेजा जा सकता है। दरअसल, आज के समय में स्मार्टफोन टीवी या रेडियो की तुलना में अधिक इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि आमतौर पर सभी फोन में यह अलर्ट डिफॉल्ट रूप से ऑन रहता है, लेकिन आपके फोन में यह सेटिंग ऑन नहीं है तो आपको इसे मैन्युअल रूप से ऑन करना पड़ सकता है।
अपने फोन में ऐसे ऑन करें इमरजेंसी अलर्ट
-यदि आपके फोन में इमरजेंसी अलर्ट की सेटिंग ऑन नहीं है तो आप इसे मैन्युअल ऑन कर सकते हैं।
-यदि आप आईफोन यूजर्स हैं तो आपको फोन की सेटिंग्स में जाकर नोटिफिकेशन पर क्लिक करना है और गवंर्मेंट अलर्टस को ऑन करना है।
-वहीं एंड्रॉयड फोन में भी इस सेटिंग को ऑन या ऑफ किया जा सकता है। इसके लिए आपको फोन की सेटिंग में जाना है फिर सेफ्टि एंड इमरजेंसी पर क्लिक करना है। अब यहां से इमरजेंसी एसओएस अलर्ट्स वाले टॉगल को ऑन कर दें।
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