द्वारका सेक्टर-6 मार्केट व सर्विस लेन की पार्किंग का मुद्दा गर्माया

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 30, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

द्वारका सेक्टर-6 मार्केट व सर्विस लेन की पार्किंग का मुद्दा गर्माया

द्वारका सेक्टर-6 मार्केट व सर्विस लेन की पार्किंग का मुद्दा गर्माया, जनप्रतिनिधियों के लिए बना प्रतिष्ठा का सवाल -सांसद, स्थायी समिति के अध्यक्ष व पार्षद की शिकायत के बावजूद एसडीएमसी पार्किंग बंद कराने को लिखित कार्यवाही को नही तैयार

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दक्षिणी नगर निगम के तहत द्वारका सेक्टर-6 की मार्केट व सर्विस लेन में अवैध पार्किंग वसूली का मुद्दा अब पूरी तरह से गर्मा गया है। इस मामले में जहां कांग्रेस व आम आदमी पार्टी भाजपा शासित निगम पर भ्रष्टाचार व घोटाले का आरोप लगा रही है वहीं पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा, स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोत व पार्षद कमलजीत सहरावत ने एसडीएमसी को पत्र लिख कर कार्यवाही करने की मांग की है। लेकिन एसडीएमसी के भ्रष्ट अधिकारी इस सारे मामले में कोई भी कार्यवाही करने के लिए तैयार नही है। जिसे देखते हुए अब यह मामला सांसद की प्रतिष्ठा का भी सवाल बन गया है जिसपर बवाल होना अब लाजमी है।
                      दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में पार्षदों व अधिकारियों पर आम आदमी पार्टी व कांग्रेस भ्रष्टचार व घोटालों का आरोप लगाती रही है। लेकिन अब द्वारका सेक्टर-6 मार्केट व सर्विस लेन की पार्किंग में अवैध वसूली की बात सामने आने से यह सिद्ध हो गया कि निगम में भ्रष्टाचार किस स्तर तक फैला हुआ है। यहां बता दें कि द्वारका सेक्टर छह में परिसर के साथ सर्विस लेन में गाड़ियां खड़ी करने के एवज में एसडीएमसी के अधिकारी द्वारा ठेकेदारों के मार्फत वसूली कराया जाना। वसूली इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह सर्विस लेन दिल्ली विकास प्राधिकरण का है फिर एसडीएमसी ने टेंडर में ही प्रावधान कर ठेकेदार के नाम आबंटित कर दिया। अब जब मामला प्रकाश में आया और द्वारका रेजिडेंट वेलफेयर संगठनों ने आवाज बुलंद की तो स्थानीय निगम पार्षद कमलजीत सहरावत, एसडीएमसी में स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोत और दो दिन पहले पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने एसडीएमसी आयुक्त को पत्र लिखकर सेक्टर छह मार्केट परिसर व इसके सर्विस लेन से पार्किंग की वसूली बंद करने को भी कहा। हालांकि, एसडीएमसी की ओर से मौखिक तौर पर ठेकेदार को सर्विस लेन में खड़ी गाड़ियों से पार्किंग शुल्क लेने से मना कर दिया गया। लेकिन अभी तक न तो मार्केट परिसर और न सर्विस लेन से पार्किंग शुल्क की वसूली बंद करने के लिए लिखित दिशा निर्देश दिए। यहां पर दोबारा से वसूली हो सकती है इससे इंकार नहीं किया जा रहा है।
                       सेक्टर छह मार्केट परिसर छोड़कर पिछले साल तक किसी भी मार्केट परिसर में वाहनों को खड़ा करने के एवज में ग्राहकों को पार्किंग शुल्क नहीं देना पड़ता था। ऐसे में जब जब सेक्टर छह मार्केट परिसर में गाड़ियों के खड़ा होने पर पार्किंग शुल्क वसूला जाने लगा तो द्कानदारों ने इसका विरोध किया। लेेकिन यहां के दुकानदारों की आवाज को अधिकारियों ने दबा दिया। अब इस विरोध को दबाने के लिए एसडीएमसी ने इसी वर्ष जनवरी माह में सेक्टर छह के साथ सेक्टर चार, पांच, 11 व 12 में पार्किंग की वसूली के लिए भी टेंडर जारी कर दिया। जिसमें सेक्टर छह की मार्केट को छोड़कर शेष मार्केट में पार्किंग वसूली का ठेका तीन से चार लाख में दे दिया गया। वहीं सिर्फ सेक्टर छह के मार्केट परिसर में गाड़ियां खड़ी करने के लिए टेंडर महज दो लाख रुपये में दिया गया लेकिन साथ ही सर्विस लेन में खड़ी गाड़ियों से पार्किंग शुल्क का भी ठेका इसी रकम में दे दिया गया। अब यह बात यह स्थानीय निवासियों को नागवार गुजर रही है। आल द्वारका रेजिडेंट वेलफेयर के पदाधिकारी राबिल शर्मा का कहना है कि सर्विस लेन पार्किंग शुल्क वसूले जाने का निगम के ठेकेदारों का कोई मतलब ही नहीं बनता है जबकि यह दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधीन है। एसडीएमसी का रवैये शुरू से ही सेक्टर 6 मार्केट के साथ सौतेला रहा है। इससे स्पष्ट है कि वह सेक्टर 6 मार्केट को तबाह करना चाहती है। लोगों का तो यहां तक कहना है निगम में भ्रष्ट अधिकारी काबिज है और उन पर बड़े नेताओं का हाथ जिसके चलते वह सांसद, स्थाई समिति के अध्यक्ष व पार्षद की भी नही सुन रहे हैं। जबकि सारी कार्यवाही गैरकानूनी व अवैध है फिर भी एसडीएमसी के अधिकारी मनमानी कर रहे है।

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox