दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत, केजरीवाल सरकार का आदेश फिलहाल दूसरी डोज वालों को ही लगेगी कोविशील्ड

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031  
December 21, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत, केजरीवाल सरकार का आदेश फिलहाल दूसरी डोज वालों को ही लगेगी कोविशील्ड

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली के सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोविशील्ड की कमी हो गई है। इसके चलते सरकार ने इस महीने के लिए कोविशील्ड वैक्सीन को पूरी तरह से दूसरी डोज के लिए रिजर्व रख लिया है। ये वैक्सीन 18 से 45 साल के उन लोगों को लगाई जाएंगी जिन्हें मई में पहली डोज दी गई थी और अब उनकी दूसरी डोज का समय हो चुका है।
                     परिवार कल्याण विभाग की निदेशक डा. मोनिका राणा ने बताया कि 18 से 44 साल की उम्र के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन एक मई 2021 को शुरू हुआ था। 84 दिन के अंतर पर कोविशील्ड की दूसरी डोज दी जानी है। लिहाजा पहली डोज ले चुके कई लोगों के लिए अगले हफ्तों में दूसरी डोज का समय आ जाएगा। ऐसे में वैक्सीन की सीमित सप्लाई को देखते हुए 31 जुलाई तक इसकी सारी खुराकों को दूसरी डोज के लिए रिजर्व रख लिया गया है।
                     दिल्ली में जुलाई महीने में वैक्सीनेशन की रफ्तार मध्यम पड़ती दिखी। इसकी वजह सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोविशील्ड वैक्सीन की सीमित उपलब्धता है। इस महीने में सिर्फ दो बार ऐसा हुआ जब राज्य में एक लाख से ज्यादा लोगों को टीके लग सके। कुछ दिनों में तो टीकाकरण का आंकड़ा दस हजार तक सीमित रह गया। 21 जून के बाद टीकाकरण नीति में बदलाव के साथ ही दिल्ली में टीकाकरण में काफी तेजी देखी गई थी। तीन दिन यह दो लाख के आंकड़े को पार कर गया था। तब सरकार 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए स्टॉक की गई वैक्सीन का भी इस्तेमाल कर पा रही थी। इसके पहले केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई वैक्सीन सख्ती से 45 साल के ऊपर के लोगों के लिए ही इस्तेमाल की जा रही थी। जबकि 18 से 45 साल की उम्र वालों के लिए राज्य सरकार अलग-अलग दरों पर वैक्सीन खरीद रही थी।
                        जून में सरकार ने पहली डोज के लिए कोवैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। इसकी वजह यह थी सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी टीकाकरण केंद्रों में दूसरी डोज के लिए टीकों की भारी कमी थी। 18 से 44 साल के जिन लोगों ने मई महीने में कोवैक्सीन की पहली डोज ली थी। चार हफ्ते पूरे करने के बाद जून में उनकी दूसरी डोज का समय हो गया था। सरकार ने फिर से कोवैक्सीन की पहली डोज लगानी शुरू की है लेकिन मध्य जुलाई तक सिर्फ 20 प्रतिशत कोवैक्सीन का इस्तेमाल पहली डोज के लिए किया गया है।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox