नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली के ए.सी.पी.आई.एफ.एफ.ओ. श्री मनोज कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को साइबर अपराध के प्रति जागरुक करते हुए बताया कि साइबर अपराध आज के डिजिटल युग में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इंटरनेट और स्मार्टफोन का उपयोग दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे व्यक्ति को न केवल आर्थिक हानि हो रही बल्कि उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही । उन्होंने साइबर अपराध के प्रमुख प्रकारों में हैकिंग, फिशिंग, ऑनलाइन ठगी, पहचान की चोरी और व्यक्तिगत जानकारी की चोरी के विषय में बताया ।
इन अपराधों से आम नागरिक, व्यापारी और सरकारी संस्थाओं को बहुत बड़े स्तर पर आर्थिक नुकसान हो रहा । उन्होंने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता बेहद महत्वपूर्ण है । लोगों को सुरक्षित पासवर्ड इस्तेमाल करने, अपरिचित लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी । उन्होंने अपने वक्तव्य के अंत में साइबर अपराध से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण लिंक्स, फ्री-सिक्योरिटी टूल्स, साइबर अपराध के टोल फ्री नंबर 1930 के विषय से विद्यार्थियों को जागरूक किया।
श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा साइबर अपराध के विरुद्ध जागरूकता पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुरली मनोहर पाठक जी के नेतृत्व एवं आशीर्वचनों के साथ कार्यक्रम का आरंभ किया गया । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी आचार्य, कर्मचारी एवं शताधिक की संख्या में छात्र उपस्थित रहे।
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