ईडी का दावा आप ने रिश्वत के 100 करोड़ गोवा चुनाव में लगाये

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

September 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
September 21, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

ईडी का दावा आप ने रिश्वत के 100 करोड़ गोवा चुनाव में लगाये

-सबूत मिटाने के लिए बदले दर्जनों मोबाइल, दूसरों के नाम सिम खरीदे

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में स्पेशल कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर दावा किया है कि उन्हें इस मामले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने की जानकारी मिली है। ईडी के इस नए रूख से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम व आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ गई है। ईडी का यह भी दावा है कि केजरीवाल के निर्देश पर यह रकम गोवा के चुनावों में चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए खर्च की गई थी।
              ईडी का कहना है कि जिस रकम को सीएम केजरीवाल के आदेश पर गोवा के चुनाव प्रचार में खर्च किया था। इसके लिए एक्साइज पॉलिसी में शामिल आरोपियों में से एक विजय नायर के फोन से फेस टाइम पर विडियो कॉल कर विजय नायर को अपना आदमी बताते हुए आबकारी नीति के घोटाले में रिश्वत की रकम आरोपियों से देने को कहा था।

ईडी का दावा- शराब घोटाले में सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई
आबकारी नीति में हुई घोटाले के कोर्ट में दाखिल सप्लीमेंटरी चार्जशीट में ईडी ने बताया है कि कैसे शराब घोटाले में सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई। ईडी ने दावा किया है कि एक्साइज पॉलिसी के जरिए शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया और बदले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत के सबूत मिले हैं।
               ईडी ने चार्जशीट में यह भी खुलासा किया है कि शराब घोटाले को अंजाम देने वाले नेताओं, मंत्रियों और उनके सहयोगियों ने इन पैसों का इस्तेमाल किया। ईडी ने स्पेशल कोर्ट को बताया कि आरोपियों और उनके सहयोगियों ने सबूत मिटाने की भी भरपूर कोशिश की। मनीष सिसोदिया ने एक दर्जन से अधिक फोन बदले हैं। इसके अलावा उन्होंने दूसरे के नाम पर खरीदे गए सिमकार्ड का भी इस्तेमाल किया।

अरविंद ने कहा- आबकारी नीति की ड्राफ्ट जीओएम उन्हें दी गई थी
सप्लीमेंट्री चार्जशीट में ईडी ने सिसोदिया के पूर्व सेक्रेटरी और गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर कई सनसनीखेज दावे किए हैं। ईडी ने कहा कि सिसोदिया के सचिव रहे अरविंद ने कहा कि उन्हें उनके बॉस ने सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर बुलाया था।
               जहां उन्हें ड्राफ्ट जीओएम रिपोर्ट दी गई। सिसोदिया के अलावा वहां सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। सत्येंद्र जैन एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद हैं। ईडी ने कहा कि निजी हाथों में होलसेल कारोबार देने और 12 फीसदी प्रॉफिट मार्जिन (6 फीसदी रिश्वत के साथ) तय करने पर मंत्रिमंडल में चर्चा भी नहीं की गई।

केजरीवाल की थी आरोपियों से मिलीभगत
ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का भी जिक्र किया है। आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल की भी घोटाले के आरोपियों के साथ मिलीभगत थी। उन्होंने कथित तौर पर शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से बात की थी और विजय नायर को अपना आदमी बताते हुए भरोसा करने को कहा था। बताया गया है कि विजय नायर ने दोनों की बात फेस टाइम ऐप से करवाई थी।

चार्जशीट स्पष्ट करती है कि आप का शराब घोटालेबाजों से व्यवसायिक संबंधः लेखी
ईडी के द्वारा आबकारी नीति घोटाले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अपना नाम होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आम आदमी पार्टी और सीएम केजरीवाल को निशाने पर लिया है। मीनाक्षी लेखी ने प्रेस वार्ता कर सीएम केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ईडी की चार्जशीट स्पष्ट करती है कि आप पार्टी आबकारी नीति के भ्रष्टाचार में शामिल आरोपियों से व्यवसायिक गठजोड़ है।
                ईडी के सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर सवाल उठाने पर केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे साबित होता है कि वह भ्रष्टाचार में शामिल थे। बता दें कि दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में पांच व्यक्तियों और सात कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया है।

केजरीवाल बोले- ईडी की चार्जशीट पूरी तरह से काल्पनिक
ईडी का दावा- केजरीवाल समीर महेंद्रू से कहा था – विजय मेरा लड़का है, आपको उस पर भरोसा करना चाहिए। इन आरोपों को केजरीवाल ने पूरी तरह काल्पनिक बताया है।
             इस पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि ईडी ने इस सरकार के कार्यकाल में 5000 चार्जशीट दायर की होगी। उनमें से कितनों को सजा हुई? ईडी के मामले फर्जी हैं। वे भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए केस फाइल नहीं करते। ईडी का इस्तेमाल विधायकों की खरीद-फरोख्त, सरकार बनाने और तोड़ने के लिए किया जाता है। इसलिए, ईडी की चार्जशीट पूरी तरह से काल्पनिक है।

शराब लाइसेंस लेने वालों को फायदा दिया गया
ईडी और सीबीआई ने दावा किया है कि शराब लॉबी की मिलीभगत और रिश्वत के साथ दिल्ली की आबकारी नीति को संशोधित करते हुए अनियमितताएं की गईं। शराब लाइसेंस फीस माफ या कम की गई और शराब लाइसेंस लेने वालों को अनुचित लाभ दिया गया। यह भी आरोप लगाया गया कि शराब फर्मों ने इस प्रक्रिया में 12 फीसदी लाभ कमाया। जिसमें से 6 फीसदी हैदराबाद के बिजनेसमैन अभिषेक बोनीपल्ली जैसे बिचौलियों के माध्यम से सरकारी अफसरों को दिया गया।
             मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया है और उनसे पूछताछ की गई है। केस के अन्य आरोपियों में तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं। आप ने दावा किया था कि यह मामला, जो गुजरात चुनावों के दौरान सामने आया था, भाजपा की ध्यान भटकाने की रणनीति थी। जिसने बाद भाजपा ने चुनावों में जीत हासिल की। ईडी अधिकारियों ने सिसोदिया से नौ घंटे तक पूछताछ की थी।
                दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को समन जारी किया था। टीम ने उन्हें पूछताछ के लिए कल सुबह 11 बजे ऑफिस बुलाया है। वहीं, आप ने कहा है कि सीबीआई कल सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है। जांच एजेंसियों ने अब तक इस केस में तीन आरोपियों विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मनीष सिसोदिया पर भी आरोप हैं।

दिल्ली शराब घोटाले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की, 10 हजार के पन्नों में 7 आरोपी
दिल्ली शराब नीति घोटाले में सीबीआई ने शुक्रवार को 7 आरोपियों के खिलाफ 10 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया का नाम नहीं है। सीबीआई ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल की है। मामले में 30 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox