इस्लामाबाद/शिव कुमार यादव/- इजरायल से तनाव के बीच सोमवार को अपने 3 दिवसीय अधिकारिक दौरे पर आखिरकार ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी अपनी पत्नी के साथ पाकिस्तान पंहुच ही गए। हालांकि ईरानी राष्ट्रपति की यह यात्रा 7 साल बाद हो रही है और कुछ समय पहले तक ईरान-पाकिस्तान एक दूसरे पर मिसाइलों से अटैक भी कर चुके है। तो ऐसी क्या मजबूरी है जो ईरान को पाकिस्तान तक खींच लाई। ईरानी राष्ट्रपति अपने दौरे के दौरान जहां पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से बात करेंगे वहीं दोनों देशों के संबंधों को सुधारने पर भी बल देंगे। वहीं अमेरिका पाकिस्तान में राईसी के स्वागत को लेकर भड़क गया है और उसने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए उसे मिसाइल प्रोग्राम को निशाना बनाया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि ईरानी राष्ट्रपति का इस्लामाबाद हवाईअड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। आवास मंत्री मियां रियाज हुसैन पीरजादा और ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सर टीपू ने उनका स्वागत किया। मंत्रालय ने आगे बताया कि ईरानी राष्ट्रपति अपनी पत्नी और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान आए हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री, कैबिनेट के अन्य सदस्य और शीर्ष अधिकारी शामिल हैं।
राष्ट्रपति राईसी यहां पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, सीनेट चेयरमैन यूसुफ रजा गिलानी और नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति रायसी प्रांतीय नेताओं से मिलने के लिए कराची और लाहौर का भी दौरा करेंगे। अपने दौरे के दौरान राईसी गैस पाइपलाइन से लेकर पाकिस्तानी मिसाइल व शायद परमाणु बम्ब को लेकर भी बात करेंगे। संभावना यह भी बन रही है कि शायद अभी तक ईरान अपना परमाणु बम्ब तैयार नही कर पाया है और राईसी इसी को लेकर पाकिस्तान से डील करने आये हैं। ताकि वह इजरायल से मजबूती से निपट सके। वहीं दूसरी संभावना यह भी है कि कहीं पाकिस्तान अपनी जमीन से अमेरिका व इजरायल को हमले करने की इजाजत न दे दे। जिसे देखते हुए ईरा पाकिस्तान से संबंध सुधारने पर बल दे रहा है।
पाकिस्तान पर लाल हुआ अमेरिका
इजरायल के साथ तनाव के बीच ईरानी राष्ट्रपति का स्वागत करने पर अमेरिका पाकिस्तान पर भड़क गया है। अमेरिका ने हाल ही में ईरान के खिलाफ कई तरह के नए प्रतिबंध लगाए हैं ताकि उसे अलग-थलग किया जा सके। वहीं पाकिस्तान ने राईसी का स्वागत करके अमेरिका के इरादों पर पानी फेर दिया है। इससे अमेरिका भड़का हुआ है। पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा है कि ईरानी राष्ट्रपति की यह यात्रा इजरायल के साथ मिसाइल युद्ध से पहले ही तय हो गई थी। इस यात्रा से ठीक पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए चीन समेत 4 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था जिन पर पाकिस्तानी मिसाइल कार्यक्रम में मदद करने का आरोप था।
राईसी के आगमन पर कराची में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा
बयान में कहा गया है कि रायसी पूर्वी शहर लाहौर और दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची का दौरा करने के अलावा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। राईसी के आगमन के लिए सुरक्षा उपायों के तहत इस्लामाबाद में प्रमुख राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया गया, जबकि सरकार ने कराची में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।
राईसी की यात्रा इस्लामाबाद के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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