उत्तराखंड/नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- उत्तराखंड के केदारनाथ में हाल ही में बादल फटने की घटना के बाद मंदाकिनी नदी में बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ के कारण गौरीकुंड में अफरा-तफरी मच गई है और भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
केदारनाथ क्षेत्र में सोमवार को बादल फटने की घटना घटी, जिससे मंदाकिनी नदी में अचानक जलस्तर बढ़ गया। बारिश के साथ आई इस प्राकृतिक आपदा ने नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी। इस घटना के बाद से स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही चिंता में हैं और राहत कार्यों के लिए प्रयास जारी हैं।
गौरीकुंड में अफरा-तफरी
बाढ़ के कारण गौरीकुंड क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है। कई घर और दुकानें जलमग्न हो गई हैं, और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाने के लिए आपातकालीन सेवाएं शुरू कर दी हैं। सड़कें भी बाढ़ की वजह से बाधित हो गई है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं।
राहत और बचाव कार्य
स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है। सेना और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच चुकी हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। इसके अलावा, जलस्तर की निगरानी की जा रही है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
नुकसान की आशंका
इस बाढ़ के कारण क्षेत्र में भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। बाढ़ की वजह से सड़कें, पुल और भवन प्रभावित हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, पर्यटकों और स्थानीय लोगों की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि नुकसान को कम किया जा सके।
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