आंखों के रास्ते शरीर में दाखिल सकता है कोरोना वायरस, नये शोध में हुआ खुलासा

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December 22, 2024

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आंखों के रास्ते शरीर में दाखिल सकता है कोरोना वायरस, नये शोध में हुआ खुलासा

-एक्सपर्ट ने सुरक्षित रहने के बताया उपाय

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। हाल की एक स्टडी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अभी तक कोरोना का संक्रमण मरीज के संपर्क में आने, हवा से व संक्रमित चीजों को छूने से ही हो रहा था लेकिन अब आंखों के जरीय भी कोरोना संक्रमण शरीर में प्रवेश करने का खुलासा हुआ है। अमेरिका में हुई इस स्टडी में बताया गया है कि कोरोना वायरस आंख के रास्ते भी शरीर में प्रवेश कर रहा है। इससे बचने के लिए कुछ लोग घर से बाहर निकलते समय फेस शील्ड या चश्मे का इस्तेमाल करते हैं लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। इसके लिए वैज्ञानिक डॉ. सम्राट घोष की तरफ से एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया गया है,जिसका पालन करने पर आंख के रास्ते कोरोना वायरस के प्रवेश को रोका जा सकता है।
                         इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि हाल के दिनों में अमेरिका से एक स्टडी सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि कोरोना वायरस आंख के रास्ते भी शरीर में दाखिल हो रहा है. इसके साथ ही यह बात भी साफ हो चुकी है कि कोरोना वायरस हवा में मौजूद रहता है. ऐसे में अगर घर से बाहर निकलते समय आप सावधानी नहीं बरतते हैं तो आप मास्क लगाने के बावजूद कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं.फेस शील्ड से सुरक्षित नहीं हैं आंखेंउन्होंने बताया कि कुछ लोग घर से बाहर निकलते समय फेस शील्ड पहन लेते हैं. इससे उनकी आंख पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होती. फेस शील्ड लगाने के बावजूद इसके नीचे हवा का प्रवेश होता है जिसकी वजह से कोरोना के आपकी आंख तक पहुंचने का खतरा बरकरार रहता है. कुछ लोग चश्मा पहनते हैं लेकिन इसमें भी हवा के जाने का गैप रहता है, जिससे कोरोना आपकी आंख तक पहुंच सकता है।
                        डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि इस समस्या का समाधान करने के लिए उन्होंने एक देशी एवं सस्ता जुगाड़ निकाला है. कोरोना वायरस से आंख को बचाने के लिए सबसे अधिक कारगर एन्टी फॉगिंग स्वीमिंग गोगल है. तैराक पानी के भीतर स्विमिंग करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. इसके अंदर न तो पानी जा सकता है और न ही हवा. ऐसे में अगर आप घर से बाहर निकलते समय स्विमिंग गोगल लगाकर निकलते हैं तो यह आपकी आंख को कोरोना से बचाव का एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच देगा.प्याज काटने पर भी नहीं आएंगे आंसूउन्होंने बताया कि सुरक्षा की जांच के लिए लोग घर पर एक टेस्ट भी कर सकते हैं. आमतौर पर प्याज काटते समय आपके आंख से आंसू बहने लगते हैं, लेकिन अगर आप स्विमिंग गोगल पहनकर प्याज काटेंगे तो आपकी आंख से कोई आंसू नहीं निकलेगा. यह बताता है कि आपकी आंख के अंदर हवा नहीं पहुंच रही है।
                      डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि अभी के समय में लॉक डाउन के चलते अधिकांश लोग घर में ही रहते हैं, लेकिन आवश्यक सेवाओं में जुटे लोग अभी भी ड्यूटी करने निकलते हैं. इसके अलावा लोग वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल या अन्य सेंटर पर जा रहे हैं. इन जगहों पर भी हवा में वायरस का खतरा हो सकता है. वहां काफी लोग मौजूद रहते हैं और अगर उनमें से कोई संक्रमित हुआ तो इससे आपके अंदर भी संक्रमण आ सकता है.इसलिए एक तरफ जहां मास्क से मुंह एवं नाक ढकने की आवश्यकता है तो वहीं दूसरी तरफ स्विमिंग गोगल से आंख ढकना भी बहुत आवश्यक है. इससे आपकी सुरक्षा काफी बढ़ जाती है. कोरोना वार्ड एवं केयर सेंटर में जाते समय भी इसका इस्तेमाल करना आपको सुरक्षित रखेगा।

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