
ईटानगर/शिव कुमार यादव/- अरूणाचल प्रदेश की 50 विधानसभा सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल करते हुए 46 सीटें जीती हैं। यहां कुल 133 प्रत्याशी मैदान में थे। हालांकि अरूणाचल विधानसभा में 60 सीटें है लेकिन भाजपा के 10 विधायक पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे। 50 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस के खाते में एक, एनसीपी 3, पीपीए 2, अन्य 3 और एनपीपी ने 5 सीटें जीती हैं।
अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को मतदान हुआ था। अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों के लिए मतगणना 4 जून को ही होगी। राज्य की विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 31 है और भाजपा ने 46 सीट जीतकर खांडु के नेतृत्व में भाजपा ने हैट्रिक लगाते हुए प्रचंड बहुमत हासिल किया है।


एकमात्र सीट पर आगे कांग्रेस उम्मीदवार
अरुणाचल प्रदेश की बामेंग विधानसभा सीट ही राज्य की इकलौती सीट है, जिस पर कांग्रेस उम्मीदवार कुमार वाई आगे चल रहे हैं। हालांकि भाजपा उम्मीदवार दोबा लामनियो भी बहुत पीछे नहीं है और दोनों के बीच महज 317 वोटों का ही अंतर है।
निर्दलियों से भी पिछड़ी कांग्रेस
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है और पार्टी निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पिछड़ गई है।
10 सीटों पर निर्विरोध जीते उम्मीदवार
अरुणाचल प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं। इनमें मुक्तो सीट से सीएम पेमा खांडू, बोमडिला से डोंगरू सियोंगजु, ईटानगर से तेजी कासो, सागाली से रातु तेची, जिरो हापोली सीट से हेज अप्पा, ताली सीट से जिके ताको, तलिहा सीट से न्यातो दुकम, रोइंग सीट से मुतचु मिथी, हायुलियांग सीट से सांगलु पुल और चाउखाम सीट से चोना मीन निर्विरोध जीत गए हैं।
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