नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारका, अध्यात्म योग संस्थान द्वारका और आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन ग्रेटर नोएडा के संयुक्त तत्वधान में मेरा जीवन मेरा योग विषय पर 10 दिन से चल रही ऑनलाइन योग कार्यशाला आज संपन्न हो गई।
समापन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ईश्वर वी बसवा रेड्डी डायरेक्टर मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली रहे उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की योग द्वारा मन मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकते हैं हम अपने आचार विचार और लाइफस्टाइल को योग द्वारा बदल सकते हैं जीवन में सोना जगना, आहार और विहार का महत्वपूर्ण स्थान है अतः हमें वैदिक परंपरा को अपनाकर अपने जीवन को सुखद बनाना चाहिए ।
इस अवसर पर पैनल डिस्कशन और प्रश्न उत्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि प्रो. महेश प्रसाद सिलोड़ी, अध्यक्ष -योग विज्ञान विभाग, श्री लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली, रहे उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा आधुनिक जीवन शैली अनेक शारीरिक रोगों और मानसिक रोगों को जन्म दे रही है अतः हमें अपना रहन सहन खान-पान और जीवनशैली को परिवर्तन करना पड़ेगा, प्रकृति के पास रहना पड़ेगा और प्रकृति का सम्मान करना पड़ेगा, हमें अपना खान-पान ऋतु, समय और भूख के हिसाब से करना पड़ेगा। उठना जागना सोना सभी पूरी की पूरी जीवन शैली को बदलना होगा जिससे हम रोग मुक्त रह सकते हैं, उन्होंने कहा वैदिक काल में हमारे ऋषि मुनि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर के ध्यान उपासना करते हैं लेकिन आधुनिक काल में लोग प्रात काल बहुत लेट उठते हैं इसलिए उनको अनेक शारीरिक व्याधि होती है अतः सभी से अनुरोध है कि वह वैदिक जीवन पद्धति को अपनाएं और स्वस्थ रहें।
अध्यात्म योग संस्थान के महासचिव अनिल बालियान जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज समाज के अंदर बलात्कार, चैन स्नैचिंग, चोरी, लूटपाट आदि की घटनाएं बढ़ रही है और छोटे छोटे बच्चे,जवान, वृद्ध व्यक्ति आदि भी अक्सर तनाव में आकर के खुदकुशी कर लेते हैं, हमें इस ओर ध्यान देना चाहिए और योग के माध्यम से इन सामाजिक बुराइयों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. विक्रम सिंह असिस्टेंट डायरेक्टर, शारीरिक शिक्षा विभाग जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने अपने विचार रखते हुए कहा शरीर की विभिन्न ग्रंथियों पर योगासनों के विशेष प्रभाव पडता है, इस लिए हमे प्रतिदिन योगाभ्यास करना चाहिए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सुरजीत डबास,अध्यक्ष योग विज्ञान विभाग, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाड़ी हरियाणा रहे उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा की योग एक संपूर्ण विज्ञान है हमें योग को भलीभांति जानकर उसका अभ्यास करना चाहिए और अपने जीवन में डालना चाहिए योग पढ़ना लिखना सुनना सुनाना की विधा नहीं है परंतु योग जीवन में उतारने की विधा है जीवन जीने की कला है इसलिए योग की शिक्षाओं को अपने व्यवहार में उतारना चाहिए।
सम्मानित अतिथि के रूप में डॉ. मदन मानव सीएमओ हरियाणा योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय भिवानी रहे उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा हम सभी रोगों का इलाज कर सकते हैं, प्राकृतिक चिकित्सा योग और आयुर्वेद का प्रयोग करते हुए हम अपने जीवन को सुखद,आन्नदित और स्वस्थ बना सकते हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ नवदीप जोशी असिस्टेंट प्रोफेसर श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली रहे उन्होंने अपने वक्तव्य में ध्यान योग के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हम मानसिक तनाव या मानसिक विकारों को ध्यान के द्वारा दूर कर सकते हैं ध्यान का लंबा अभ्यास इस प्रकार के सभी रोगों को समाप्त कर देता है ।
कार्यक्रम का संचालन विश्व योग चैंपियन डॉ. रमेश कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर, योग विज्ञान विभाग, श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने किया, उन्होंने सभी आए हुए मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि और सम्मानित अतिथियों का परिचय वह सम्मान किया। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर बी वी आर रेड्डी (एन एस एस) सेल गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारका नई दिल्ली द्वारा किया गया, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस दस दिवसीय कार्यशाला मैं अनेक छात्रों, शिक्षकों एवं जन साधारण ने शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक लाभ उठाया है। उन्होंने कहा इस ऑनलाइन वर्कशॉप में जूम लाइव, फेसबुक लाइव, यूट्यूब लाइव और इंस्टाग्राम लाइव पर लगभग 12000 प्रतिभागियों ने भाग लिया भाग लिया ।
संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन ग्रेटर नोएडा की डॉ.प्रतिभा गर्ग, असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया। कार्यक्रम में श्याम चटर्जी प्रोग्राम ऑफिसर इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, डॉ. तानिया गुप्ता प्रधानाचार्य आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन ग्रेटर नोएडा, डॉ. योगेश गुप्ता प्रोग्राम ऑफिसर इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय।
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