
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नार्थ जिला/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- आखिर नाॅर्थ जिला पुलिस की पिछले 15 दिन की मेहनत ने रंग दिखा ही दिया। डीसीपी नाॅर्थ जिला से मिले हौंसले से जिला स्पेशल स्टाफ पुलिस ने एक ऐसे इंटरस्टेट ड्रग्स गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली में नशे का कारोबार कर लोगों को नशे में झोंक रहा था। पुलिस ने चार ड्रग्स तस्करों को पकड़ा है जो आंध्र प्रदेश से एंबुलेंस में गांजा लाकर दिल्ली में सप्लाई करते थे। पुलिस अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह दिल्ली में कहां-कहां नशे का सामान बेचता था और कौन-कौन लोग है जो इस कारोबार से जुडे़ हैं।
इस संबंध में डीसीपी नाॅर्थ जिला अंटो अलफोंस ने बताया कि नाॅर्थ जिला के कुछ क्षेत्रों में नशे के कारोबार को लेकर कुछ बड़ी गतिविधियां दर्ज की गई थी। जिनपर पुलिस की लगातार नजर बनी हुई थी। जिला स्पेशल स्टाफ टीम इस मामले पर करीब से नजर बनाये हुए थी। पुलिस ने इस रैकेट को पकड़ने के लिए करीब 15 दिन पहले ही कार्यवाही आरंभ कर दी थी। पुलिस ने सबसे पहले गुलाबी बाग के बीसी राजीव कुमार को पकड़ा था हालांकि उसे पकड़ने के दौरान बीसी के परिजनो व कुछ असामाजिक तत्वों से हुई हाथापाई में पुलिस के चार कर्मी घायल भी हो गये थे और आरोपी से एक देसी कट्टा व एक जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने उसी दिन एक महिला जिसका नाम सारिका पत्नी निवासी प्रताप नगर को 108 ग्राम गांजे के 41 पैकेट के साथ पकड़ा था। वह इन्हे एक ग्राहक को बेचने के लिए ले जा रही थी। 10 अक्तुबर को पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सीमा नामक अधेड़ महिला को पकड़ा था जिसके पास से 110 ग्राम अर्थात् 179 पाउच गांजे के पकड़े थे। इसके बाद जिला पुलिस ने संदिग्ध क्षेत्रों में अपनी गश्त बढ़ा दी और 12 अक्तुबर को मजनू का टीला से रोमा पत्नी नानक चंद निवासी अरूणा नगर से 116 पाउच यानी 10 लाख की स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। अब पुलिस पूरी तरह से सतर्क हो गई और उसने अपना जानकारी का दायरा बढ़ा दिया। स्पेशल स्टाफ टीम ने आरोपियों से मिली जानकारी को जोड़ते हुए अपना काम शुरू किया। इस अभियान में निरिक्षक सुनील कुमार ने एसआई हंसाराम, विनीत कुमार, एएसआई यशपाल सिंह, राजकुमार, हरफूल सिंह, हवलदार संजीव, प्रवीण, दीपक, आस मोहम्मद, सिपाही विक्की और एएसआई एस एस रेड्डी की टीम का गठन किया और टीम ने एसीपी आॅपरेशन सैल हरपाल सिंह के निर्देशन में कार्यवाही आरंभ की। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस टीम ने 17 अक्तुबर को अपना जाल बिछाया। पुलिस ने पहले तीन आरोपियों को प्लाॅस्टिक बैग के साथ पकड़ा इसके बाद उनका एक और साथी आ गया जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों की पहचान शोलाई राज उर्फ अन्ना पुत्र लेट ओवेल सेतियार निवासी एस आई एम कालोनी, मोरी गेट दिल्ली, पोलेजू बाबू पुत्र पोलेजू नरसिमा मूर्ति निवासी चिडकाडा, नागापुरम, विशाखापतन्नम, आन्ध्र प्रदेश, गुडेपू नागेशवर राव पुत्र गुडेपू चीना अप्पा राव निवासी नागापुरम कृष्णादेवीपेटा, विशाखापतन्नम, आंध्र प्रदेश व रमेश पुत्र गिट्टू उर्फ पाईया निवासी एस आई एम कालोनी मोरी गेट दिल्ली के रूप में की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी शोलाई राज, गुडेपू व पोलेजू विशाखापतनम से अर्जुन निवासी नरसीपतनम नजदीक अनकापल्ली विशाखापतनम से गांजा खरीदते थे। पोलेजू व गुडेपू गांजे के साथ सड़क मार्ग से एंबुलेंस में गांजा लेकर दिल्ली आते थे। और शोलई राज हवाई जहाज से दिल्ली आता था। माल आने पर शोलाई राज उसे सप्लायरों को देता था। पूछताछ में पता चला कि पिछले 10 साल से शोलाई राज दिल्ली में यह काम कर रहा है। पुलिस ने आरोपियों से 181.0 किलाग्राम गंाजा बरामद किया है। पुलिस अभी भी आरोपियों से उनके दिल्ली में संबंधों की जानकारी जुटाने में लगी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी और तस्कर भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
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