नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/काठमांडु/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- नेपाल सरकार में जहां एक तरफ भारत को लेकर विरोध जारी है वहीं दूसरी तरफ नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस्तीफे को लेकर भी विवाद छिड़ा हुआ है। ऐसे में भी वो अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है और अपनी कुर्सी को बचाने के लिए नेपाली पीएम ओली एक के बाद एक भारत विरोधी चाल चल रहे हैं। हाल ही में नेपाल सरकार ने एक बार फिर तनाव बढ़ाने की कोशिश की है। नेपाल पुलिस ने मैत्री पुल पर पहुंचकर नेपाल सीमा प्रारंभ का बोर्ड लगा दिया है। जिसका भारत ने विरोध किया है।
हालांकि, नेपाली पुलिस को बोर्ड लगाता देख बॉर्डर पर तैनात भारत के एसएसबी जवान और सुरक्षा एजेंसियों ने विरोध जताया। काफी देर बाद नेपाल पुलिस ने बोर्ड वहां से हटाया। माना जा रहा है कि नेपाल चीन के बहकावे में आकर जानबूझकर ऐसी हरकतें कर रहा है। नेपाल भारतीय सेना को उकसाने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले नेपाल ने पनटोका गांव के पास भारतीय जमीन पर वॉच टावर और अस्थाई पोस्ट बना दिया था। मीडिया में खबर आने के बाद नेपाल ने वॉच टावर हटाकर अस्थाई पोस्ट को 50 फीट पीछे कर लिया था। मैत्री पुल से पनटोका की दूरी दो किलोमीटर की है।
नेपाल और भारत के बीच सबसे ज्यादा व्यापार, रक्सौल बॉर्डर से होता है। इस बॉर्डर को व्यापार सीमा भी कहा जाता है। चीन षड्यंत्र रचकर नेपाल से इस बॉर्डर पर भारत के साथ विवाद करना कराना चाहता है।
More Stories
कंपकपी क्यों होती है? ठंड में शरीर का यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया समझें
मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद वाले बयान से सहमत नहीं आरएसएस..!
AAP और कांग्रेस के बीच बढ़ी तकरार, दिल्ली चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप तेज
दिल्ली देहात का नरेला इलाका बनेगा एजुकेशन हब, सरकार ने 7 नए विश्वविद्यालयों को की जमीन आवंटित
आरजेएस पीबीएच का “सकारात्मक भारत उदय” आंदोलन: प्रवासी भारतीयों के साथ 2025 की शुरुआत
दिल्ली में 6 लेन फ्लाईओवर का शुभारंभ, आम आदमी पार्टी की सरकार की नई पहल