बहादुरगढ़/उमा सक्सेना/- लगातार चार महानगरों की प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण मैराथनों को सफलतापूर्वक पूरा कर बहादुरगढ़ रनर्स ग्रुप (BRG) ने एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के रनिंग जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। BRG के 24 धावकों द्वारा ‘प्रोकेम स्लैम’ हासिल किया जाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। इस उपलब्धि के साथ ही BRG एनसीआर क्षेत्र का सबसे अधिक प्रोकेम स्लैम धारक रनिंग ग्रुप बन गया है, जिसने बहादुरगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर गौरव दिलाया है।

चार शहर, एक लक्ष्य और अदम्य संकल्प
प्रोकेम स्लैम प्राप्त करना किसी भी धावक के लिए अत्यंत कठिन माना जाता है। इसके तहत एक निश्चित समयावधि और क्रम में देश की चार प्रमुख मैराथनों को पूरा करना अनिवार्य होता है। इनमें वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन (21 किमी), टाटा मुंबई मैराथन (42 किमी), कोलकाता मैराथन (25 किमी) और बेंगलुरु मैराथन (10 किमी) शामिल हैं। इन सभी मैराथनों को सफलतापूर्वक पूरा करना न केवल शारीरिक क्षमता, बल्कि मानसिक दृढ़ता, अनुशासन और वर्षों की कड़ी मेहनत की भी परीक्षा है।
कोलकाता मैराथन के साथ नए स्लैम विजेता बने
इस वर्ष कोलकाता मैराथन (25 किमी) पूरी करने के साथ BRG के कई धावकों ने प्रोकेम स्लैम क्लब में प्रवेश किया। इनमें सुरेंद्र सिंह दलाल, गुलाब सिंह, अनुराग शर्मा, नितिन, सुधीर शौकीन, शिवानी, कुमोदिनी, हिमांशु सिंह, उत्कर्ष तिवारी, गिरीश, त्रिलोक चंद, एंटनी, देवेश तुली और सुदेश तोमर शामिल हैं। इन धावकों के शानदार प्रदर्शन ने BRG की सामूहिक शक्ति और निरंतर अभ्यास को एक बार फिर साबित किया।
पूर्व वर्षों के स्लैम धारकों का योगदान
BRG के पहले से प्रोकेम स्लैम हासिल कर चुके धावकों में देवेंद्र किशोर प्रसाद, नरेंद्र राम, नीरज छिल्लर, अरुण विजरण, सनी, राजेश प्रसाद, राजेश रघुवंशी, शलभ खरे, रजत कौशिक और कौशल शर्मा के नाम शामिल हैं। इन सभी को मिलाकर अब BRG के कुल 24 धावक प्रोकेम स्लैम क्लब का हिस्सा बन चुके हैं, जो एनसीआर के रनिंग इतिहास में एक दुर्लभ और प्रेरणादायक रिकॉर्ड है।

संयोजक दीपक छिल्लर का बयान
BRG के संयोजक दीपक छिल्लर ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सफलता केवल पदकों की नहीं, बल्कि सोच, अनुशासन और टीम भावना की जीत है। उन्होंने कहा कि प्रोकेम स्लैम वर्षों की मेहनत और निरंतर अभ्यास का परिणाम होता है। BRG का उद्देश्य सिर्फ दौड़ लगाना नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देना है कि सही मार्गदर्शन, निरंतरता और आत्मविश्वास के साथ हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, चाहे उम्र या परिस्थितियाँ कैसी भी हों।
बहादुरगढ़ को मिली राष्ट्रीय फिटनेस पहचान
BRG की इस ऐतिहासिक सफलता ने बहादुरगढ़ को देश के फिटनेस और रनिंग मानचित्र पर एक मजबूत पहचान दिलाई है। सामूहिक प्रयास और अनुशासन के बल पर प्रोकेम स्लैम जैसे कठिन लक्ष्य को हासिल कर BRG ने यह साबित कर दिया है कि समर्पण और टीमवर्क से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।


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