
मानसी शर्मा/- दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ी हार मिली है। पार्टी के प्रमुख नेता जैसे अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन चुनाव हार गए हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा बना, जिससे पार्टी को भारी नुकसान हुआ है। बता दें कि,आम आदमी पार्टी 2013में भ्रष्टाचार के खिलाफ राजनीति में आई थी। लेकिन कुछ सालों में पार्टी खुद भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गई। दिल्ली की शराब नीति घोटाले में मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार किया।
सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहले से ही जेल में हैं। चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी गिरफ्तार किया था। इन घटनाओं ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुँचाया। AAP के कामों पर केजरीवाल का बयान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 10वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और बिजली के क्षेत्रों में सुधार किए। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहतर हुई। मोहल्ला क्लीनिक खोले गए और बिजली-पानी की दरें काबू में रखी गईं। लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों ने जनता का विश्वास तोड़ दिया। AAP बनेगा मजबूत विपक्ष अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी। वह हमेशा जनता के साथ खड़ी रहेगी।
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं की भी सराहना की, जिन्होंने पूरी मेहनत से चुनावी अभियान में हिस्सा लिया और कई चुनौतियों का सामना किया। चुनाव परिणाम दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली, जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटें मिलीं। अब पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी साख को बचाना है। यह देखना होगा कि क्या ‘आप’ अपनी पुरानी छवि फिर से बना पाएगी या यह हार पार्टी के अस्तित्व के लिए खतरा बन जाएगी। इसका उत्तर आने वाला समय ही देगा।
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