नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली पंचायत संघ ने दिल्ली देहात और गांवों के ग्रामीणों और किसानों की 18 सूत्री मांगों को लेकर पंचायत प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में पंचायत संघ के प्रमुख थान सिंह यादव ने मुख्यमंत्री आतिशी से मांग की कि दीवाली से पहले दिल्ली के गांवों के ग्रामीणों का हाउस टैक्स माफ किया जाए। यादव ने बताया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने आप मुख्यालय पर कुछ ग्रामीणों के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान हाउस टैक्स माफी की घोषणा की थी, लेकिन आज तक इसका क्रियान्वयन नहीं हुआ। उल्टा नगर निगम ग्रामीणों को हाउस टैक्स के नोटिस भेज रहा है, जिसे यादव ने ग्रामीणों का मजाक बताया और इसके लिए माफी की मांग की।
थान सिंह यादव ने चेतावनी दी है कि यदि दीवाली तक हाउस टैक्स माफ नहीं किया गया, तो आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से दिल्ली देहात और गांवों के गरीब ग्रामीणों और किसानों के हितों से संबंधित 18 सूत्री मांगों को तत्काल पूरा करने का आह्वान किया। इन मांगों में प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:
- गांवों को हाउस टैक्स, कन्वर्जन चार्ज और पार्किंग चार्ज से पूरी तरह मुक्त किया जाए।
- रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए सभी गांवों को व्यावसायिक श्रेणी में अधिसूचित किया जाए।
- गांवों को भवन उपनियमों से मुक्त किया जाए।
- सील और बुक की गई संपत्तियों को तत्काल खोला जाए।
- गांवों को लाल डोरा और विस्तारित लाल डोरा की कैद से मुक्ति दिलाकर मालिकाना हक दिया जाए। 2013 से लंबित 131 गांवों की 244 फाइलों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
- दिल्ली सरकार और नगर निगम की सरकारी सेवाओं में ग्रामीण युवाओं के लिए 100% आरक्षण दिया जाए।
- दिल्ली देहात और गांवों के बच्चों को सरकारी और निजी स्कूलों और कॉलेजों में 100% दाखिला सुनिश्चित किया जाए।
- अवैध डंपिंग ग्राउंड और कूड़ा घरों को गांवों से हटाया जाए।
- कृषि भूमि के राजस्व रिकॉर्ड का अनुवाद अरबी-फारसी से हिंदी में कराया जाए।
- गांवों के विकास के लिए ले-आउट प्लान तैयार किया जाए, जिसमें बारात घर, पंचायत घर, पार्किंग और खेल मैदान की व्यवस्था हो।
- गांवों के मुख्य द्वारों पर वंशावली और गौरव गाथा को शिलालेख पर अंकित किया जाए।
- गांवों की पहचान के लिए उनके नाम पर बने स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर, बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों के नाम रखे जाएं।
- भूमिहीन ग्रामीणों और गरीबों को मकान दिया जाए और उनके घर बनाए जाएं।
- किसानों की जबरन अधिग्रहीत की गई कृषि भूमि, जो खाली पड़ी है, उसे किसानों को वापस दिया जाए।
- किसानों की कृषि भूमि का सर्कल रेट बढ़ाया जाए।
- गांवों और गरीबों के राशन कार्ड तुरंत बनाए जाएं।
- दिल्ली देहात और गांवों के बुजुर्गों के लिए वृद्धा पेंशन स्कीम तुरंत लागू की जाए।
- सभी गांवों को मोहल्ला बस रूट से जोड़ा जाए।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने जोर देकर कहा कि अगर दीवाली तक इन मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो दिल्ली पंचायत संघ आम आदमी पार्टी के मुख्यालय का घेराव करेगा।
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