
नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करते हुए नवजात शिशुओं की मानव तस्करी के मास्टरमाइंड को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम संग्राम दास है, जो दिल्ली के बेगमपुर का निवासी है। इस पर नवजात शिशुओं की मानव तस्करी के चार मामले पहले से दर्ज हैं और पुलिस ने इसके लिए 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
अपराध की योजना और नेटवर्क
संग्राम दास ने अपने साथियों के साथ मिलकर उत्तर भारत में एक बड़ा तस्करी नेटवर्क विकसित किया था। आरोपी गरीब और जरूरतमंद परिवारों को निशाना बनाता था और उन्हें अपने नवजात शिशुओं को बेचने के लिए लालच देता था, यह झांसा देकर कि उनके बच्चों की अच्छी परवरिश की जाएगी। इसके अलावा, संग्राम दास और उसके साथी अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों से नवजात शिशुओं को चुराने का काम भी करते थे।
पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस को 20 फरवरी को बेगमपुर इलाके में नवजात शिशुओं की चोरी की शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए एसीपी नरेंद्र सिंह की देखरेख में महिला इंस्पेक्टर प्रियंका, एसआई अंकुर, एएसआई रोहित सोलंकी, हेड कांस्टेबल गुरविंदर और नितिन सरोहा की एक टीम बनाई गई। तकनीकी निगरानी और सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने आरोपी की स्थिति का पता लगाया और सूचना प्राप्त की कि संग्राम दास पश्चिम बंगाल के कोलकाता में छिपा हुआ है।
पुलिस ने कोलकाता में छापा मारकर संग्राम दास को गिरफ्तार कर लिया। इस समय पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और मामले की गहन छानबीन जारी है।
अन्य गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई
पुलिस पहले ही संग्राम दास के नौ साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस गिरफ्तारी से पुलिस ने नवजात शिशुओं की तस्करी के बड़े नेटवर्क को तहस-नहस करने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि इस गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच और भी गहराई से की जाएगी और शेष आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी रहेंगे।
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