
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र बनाने वाले तहसीलदार समेत 4 आरोपियों को संगम विहार से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान तहसीलदार नरेंदर पाल सिंह निवासी दिल्ली कैंट, सौरभ गुप्ता निवासी संगम विहार, चेतन यादव निवासी गांव बागडोला और वारिस अली निवासी मिर्ज़ापुर यूपी के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके पास से सैंकड़ो की संख्या में अवैध रूप से बने हुए एससी/एसटी और ओबीसी के फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र बरामद किये है। पुलिस ने इनके पास से एक लैपटॉप, 2 मोबाइल और 7 हार्ड डिस्क भी बरामद की है। आरोपी नरेंदर पाल सिंह दिल्ली कैंट एसडीएम कार्यालय में बतौर तहसीलदार तैनात है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया ने जानकारी देते हुए बताया की पुलिस को इस फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र बनाए वाले गिरोह की सुचना मिली थी। मामले की छानबीन के लिए एसीपी विवेक त्यागी की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील कुमार, एसआई संजय राणा, सुभाष चंद, बीरपाल, हेड कांस्टेबल जय सिंह, समंदर, परवीन, रोशन, विजय सिंह और महिला कांस्टेबल शबाना की टीम बनाई गई। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सामान्य वर्ग के दो लोगो को ओबीसी का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आरोपी सौरभ गुप्ता के पास भेजा। सौरभ गुप्ता ने इनसे साढ़े तीन हज़ार रूपए लेकर फ़र्ज़ी ओबीसी प्रमाण पत्र बनवाकर दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया। पुलिस ने तुरंत सौरभ गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया की वह दिल्ली कैंट के तहसीलदार नरेंदर पाल सिंह ,चेतन यादव और वारिस अली की मदद से फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र बनवाता है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर तहसीलदार नरेंदर पाल सिंह ,चेतन यादव और वारिस अली को भी गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
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