नई दिल्ली/द्वारका/- एनयूएलएम अर्थात् राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन भारत सरकार के तहत आज महिलाऐं अपने सपनों को साकार करने में लगी है। और मिशन के कार्यकर्ता व अधिकारी भी महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं। यह उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि जिस जिला दक्षिण-पश्चिम में तीन साल पहले सिर्फ 10 एसएचजी थे आज उनकी संख्या बढ़कर 150 हो गई है। जबकि कोरोना काल में भी महिलाओं ने एनयूएलएम की सहायता से अपने व्यापार को जिंदा रखा। इसमें एनयूएलएम कें जिला अधिकारी नवीन कोटिया ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई जिसके चलते आज महिलाऐं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वावलंबी बन अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं।

आज़ादी के 75 वे अमृत महोत्सव पर जिला दक्षिण पश्चिम द्वारा 2 दिवसीय स्वयं सहायता समहू कार्यशाला व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दीनदयाल कॉलेज, सेक्टर 3 द्वारका मे किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधीश कापसहेड़ा श्री हेमंत कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर शील कांत शर्मा (एसएमएम), श्री फादर बीजू बोस्को दिल्ली, नवीन कोटिया (कम्यूनिटी ऑर्गनाइज एनयमएलएम), श्री रुचि अधिकारी (बोस्को दिल्ली ), श्रीमती रुक्मिणी (सीएमएम), डीडीयू कॉलेज के प्रिंसिपल श्री खेमचंद जैन, श्रीमती माधुरी वार्ष्णेय चैयरमेन भास्कराचार्य कॉलेज, श्री मधुरकर वार्ष्णेय समाजसेवी, एनसीपीआई विभाग से श्री शिवांग, श्री मंथन आनंद दिल्ली सचिवालय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता व मंच संचालन नवीन कोटिया (कम्यूनिटी ऑर्गनाइज एनयूएलएम), श्रीमति रेनू अग्रवाल एवं श्री सूरज कांत ने की।
इस मौके पर मुख्यअतिथि डीएम हेमंत कुमार ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार कई योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन अकसर देखा जाता है कि हम काम तो शुरू कर देते है लेकिन उसके संचालन, प्रबंधन, आय-व्यय का हमे ज्ञान नही होता जिसकारण कई बार काम बीच में ही बंद हो जाता हैं। इन्ही समस्याओं को दूर करने के लिए यह दो दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया है और उन्हे पूरी उम्मीद है कि महिलाऐं यहां से काफी कुछ सीख कर ही जायेंगी। उन्होने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए एनयूएलएम के अधिकारियों का आभार भी प्रकट किया। कार्यशाला में नवीन कोटिया जी ने सभी स्वयं सहायता समहू के सदस्यों को बताया की किस प्रकार समूह की प्रस्ताव सूचि, खातों के लेखा जोखा, समूह के नियम और पंच सूत्रीय कार्यक्रम को किस तरह समूह में चलाया जाता है।
कार्यशाला में नवीन कोटिया जी ने सभी स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को पांच सूत्रीय नियमो व राष्ट्रीय आजीविका मिशन की नीतियों व योजनाओं से अवगत कराया एवं किस प्रकार समूह से नारी शक्ति को बढ़ाने पर भी प्रयास किया जा रहा है। साथ ही साथ उन्होने स्वयं सहायता समूह से लाभांवित महिलाओ की बारे में बताया जो समूह के जरिये अपने घर की आजीविका चला रही है। सरकार के साथ मिलकर इस मिशन मे अपना योगदान दे रही है। कार्यक्रम में अनेकों संस्थाओं को इस कार्यशाला से जोड़ा गया और उनको जिम्मेदारी दी गई जिसमें श्री रुचि अधिकारी (बोस्को दिल्ली) द्वारा इस आयोजन को प्रयोजक के रूप सहयोग दिया गया। साथ ही श्री संदीप गुडियाल एवं काशिफ सिराज, श्रीमती मंजू चौहान, श्रीमती सरिता भाटिया, श्रीमती कविता कुमार, श्री भरत भूषण, लवलीन, श्री जितेंद्र, श्री राजमणि, श्रीमती हिमांशु, श्री रूपा उपध्याय, श्रीमति नेहा, श्री मति रुमिला, श्री शक्ति शर्मा, श्री अशोक प्रजापति, प्रीत सिंह घुमनहेड़ा आदि लोगो ने सहयोग दिया। साथ ही अनेको मीडिया चैनलों ने इस कार्यक्रम को पार्टनर के रूप में गति प्रदान की। कार्यशाला में जिले की लगभग 270 महिलाओ ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला के प्रथम दिन में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम से श्री शिवांग जी ने रीटेल पेमेंट व डैबिट कार्ड के द्वारा कैसे पेमेंट कर सकते है उसकी जानकारी दी गई।
वक्ताओ में खादी विकास और ग्राम उद्योग आयोग से श्री ए एस मलिक जी ने बताया कि खादी से जुड़कर समूह की महिलाओं को विभाग द्वारा ट्रेनिग दी जाती हैं और उनको स्वरोजगार शुरु करने के लिए पीएमईजीपी द्वारा लोन भी उपलब्ध कराया जाता हैं।
इसी दिन भारतीय रिजर्व बैंक से श्रीमती रंजना वाजपेयी जी ने वित्तिय सहायता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आरबीआई को हर समूह को जागरूक करने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है और इस से समूह की महिलाओं को विभिन्न प्रकार की बैंकिंग योजनाओं की जानकारी दी जाती हैं। उन्होंने बैंकिंग फ्रॉड के बारे में भी अवगत कराया।
दक्षिण पश्चिम जिले के लीड बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनजेर श्री विमल गौतम जी ने स्वयं सहायता समूहों को बैंक लोन व सभी के सवालों के जवाब दिए। साथ ही उन्होंने सभी को आश्वासन दिया और अपना फोन नंबर भी साझा किया ताकि समूह में किसी भी बैंक संबंधित समस्याओं का तुरंत समाधान हो।
आजीविका कार्यशाला के दूसरे दिन भी महत्वपूर्ण विभागों ने अपनी अपनी योजनाओं की जानकारी दी।जिसमे कॉमन सर्विस सेन्टर श्री शशि सिंह जी जिला प्रबन्धक (सी.एस.सी.) ने बताया की समूह की महिलाओ को सी एस सी सेंटर निःशुल्क मिलता है। सी एस सी चलाने के लिए महिलाओ को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। जिससे समूह की महिला सरकारी योजना जैसे आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतू आवेदन कर हर महीने 8000 से 10000 घर बैठे कमा सकती हैं और खुद को स्थापित कर सकती हैं।
इसके साथ ही श्री अंकित कुमार जिला प्रबन्धक, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना के बारे मे समूह की महिलाओ को बताया कि किस प्रकार माननीय प्रधान मंत्री द्वारा इस योजना से आप बेकरी, सूक्ष्म खाद्य पदार्थों का प्रशिक्षण ले कर अपनी आजीविका अर्जित कर सकते है। योजना के अंतर्गत समूह द्वारा बनाई गई वस्तुए भी सरकार समूहों से मापदंडों के अनुसार खरीद लेती हैं। कार्यशाला में एक और महत्वपूर्ण योगदान नाबार्ड विभाग का भी रहा। श्री जैनेन्द्र आलोरीया जी ने एसएचजी के बारे में बताया कि कैसे स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने आज खुद को स्थपित करा हुआ है और उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि आने वाले समय मे दिल्ली में भी एनयूएलएम विभाग के साथ मिलकर ऐसे ही जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट, मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप से श्री पी .के. अरोडा जी ने बताया कि किसी भी स्वरोजगार की शुरु करने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता बेहद जरूरी होती हैं और मार्केटिंग की भी। परन्तु अक्सर देखा गया हैं कि समूह की महिलाओ को समय पर ट्रेंनिग नही मिलने के कारण वह थोड़ा पीछे रह जाती हैं। विभाग नोएडा स्थित कार्यलय में ऐसी महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती हैं। इस पूरी कार्यशाला की रूप रेखा नवीन कोटिया द्वारा की गई। कार्यक्रम के दौरान श्री फादर बीजू संथापक बोस्को दिल्ली, श्री रुचि अधिकारी (बोस्को दिल्ली ), मुकेश कुमार भोगल, प्रीत सिंह घुमनहेड़ा द्वारा स्वयं सहायता समूह वित्तीय पुस्तक का विमोचन किया गया। साथ-साथ सभी 150 समूहों की अध्यक्षायों को एक-एक पुस्तक भेंट की गई एवं उत्कष्ट कार्य करने पर विभिन्न समूहों के पाँच सदस्यों जिसमे सम्मांन पत्र जो की मंजू चौहान, रेणु बाला, प्रिया, अशोक प्रजापति, व सरिता भाटिया जी को आजीविका सम्मान प्रदान किया गया। 2 दिवसीय कार्यशाला में जिले की 9 गैर-सरकारी संगठनों जो की शिक्षा अभियान (एन. जी. ओ.), यूनाइटेड समृद्धि प्रोजेक्ट, उत्कृष्ट महिला समिति, जन कल्याण प्रचार प्रसार अभियान, ए टू डी फाउंडेशन, यंग गुड पीपल सोसायटी, एस एस एडुकेशन चैरिटबल ट्रस्ट, यस सेवा समिति, बाल युवा नारी जाग्रति मंच, शाइन पेटिरिक संस्था, आई.वाई.आर.सी. संस्था, सी. ई. सी. एस. संस्था, नवलोक संस्था को सक्षम सम्मान पत्र से सम्मनित किया गया।
नवीन कोटिया, एवं संदीप गुडियाल, रूचि अधिकारी, द्वारा सभी समूह की महिलाओ को सहभागी प्रमाण पत्र दिए गए। आजीविका कार्यशाला में कुछ समूहों द्वारा अपने हैंडमेड उत्पादों की स्टाल लगा कर पर्दशनी भी लगाई गई। साथ ही कार्यक्रम के अंतिम दिन मे सभी लोगो को रेड क्रॉस सोसाइटी की तरफ से स्वच्छता किट वितरित की गयी। कार्यक्रम को बहुत से मीडिया हॉउस ने अपना कवरेज दिया जिसमें नजफगढ़ मैट्रों न्यूज का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम में विशेष योगदान लवलीन, अनिल, विनोद, अरबाज खान, तेजेंद्र, राहुल अधिकारी व सिविल डिफेंस स्वयं सेवको का रहा।और इस तरह ग्रुप फोटो की यादों के साथ यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।


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