• DENTOTO
  • हरियाणा सरकार के हलफनामें से जमीन हस्तांतरण मामले में वाड्रा को मिली राहत,

    स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

    शिव कुमार यादव

    वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

    संपादक

    भावना शर्मा

    पत्रकार एवं समाजसेवी

    प्रबन्धक

    Birendra Kumar

    बिरेन्द्र कुमार

    सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

    Categories

    May 2025
    M T W T F S S
     1234
    567891011
    12131415161718
    19202122232425
    262728293031  
    May 18, 2025

    हर ख़बर पर हमारी पकड़

    हरियाणा सरकार के हलफनामें से जमीन हस्तांतरण मामले में वाड्रा को मिली राहत,

    -राबर्ट वाड्रा ने जताई खुशी, कहा उनके खिलाफ बदले की भावना से की गई कार्यवाही

    नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/चंडीगढ़/शिव कुमार यादव/- कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी राबर्ट वाड्रा ने अपनी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा रियलिटी कंपनी डीएलएफ को जमीन हस्तांतरित करने में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किए जाने संबंधी हरियाणा सरकार के अदालती हलफनामे से काफी राहत मिली है। इस पर उन्होने शुक्रवार को खुशी जताई और कहा कि उन्हें इसमें ‘उम्मीद की किरण’ दिखती है। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि यह किसी और के साथ ना हो।
                       राजनीति का प्रतिशोधी तरीका देश के लिए जहरीला है।’’ मालूम हो कि हरियाणा सरकार ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया है कि वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा रियलिटी कंपनी डीएलएफ को जमीन हस्तांतरित करने में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया। यह जांच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रॉबर्ट वाड्रा और कुछ अन्य के खिलाफ सितंबर 2018 में गुरुग्राम में दर्ज एक प्राथमिकी से जुड़ी है।
                       अदालत में बुधवार को दाखिल एक हलफनामे में सरकार ने कहा, ‘‘गुरुग्राम में मानेसर के तहसीलदार ने बताया कि मैसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 18 सितंबर 2012 को मैसर्स डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को 3.5 एकड़ जमीन बेची तथा इस लेनदेन में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया।’’ इस हलफनामे के बाद राबर्ट वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हरियाणा सरकार द्वारा अदालत को दी गई रिपोर्ट में आशा की किरण देखकर खुश हूं, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि मेरे व्यावसायिक लेनदेन में कोई गलत काम नहीं हुआ है।’’

                      वाड्रा ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से काम किया है और कड़ी मेहनत करके एक मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमेशा व्यापार करने और सभी करों का भुगतान करने के वैध तरीकों का पालन किया है। झूठे आरोपों, काम से ताल्लुक रखने वाले कई संबंधों को खोने, सरकार की गलत सूचनाओं और मीडिया के दुष्प्रचार का सामना करते-करते कई साल हो गएं।’’ राबर्ट वाड्रा, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति हैं।

    About Post Author

    Subscribe to get news in your inbox