सेहत/शिव कुमार यादव/ – क्रिसमस से लेकर नए साल के जश्न तक सभी ने खूब खाया-पिया मौज-मस्ती की लेकिन इस दौरान शरीर में ढेर सारे टॉक्सिंस भी जमा कर लिए। हालांकि स्वस्थ रहने के लिए डाइट कंट्रोल व डाइट में वेरियेशंस जरूरी है फिर आप इस पर ध्यान नही दे पाये और यही सोचते रहे की बाद में देखा जाएगा। लेकिन अब पार्टियों की मौज-मस्ती के बाद शरीर के डीटॉक्स की बारी है और आज हम आपकों बताने जा रहे है ऐसे 7 ड्रिंक्स जो आपके शरीर को पूरी तरह से डीटॉक्स कर देंगे और आपकी थकान भी पूरी तरह से उतार देंगे।
तो अब बारी है बॉडी को डीटॉक्स करने की।
डीटॉक्स शब्द बना है टॉक्सिक से। टॉक्सिक मतलब हर वो चीज, जिसमें टॉक्सिन्स हो। अब यह टॉक्सिन क्या है? टॉक्सिन कहते हैं पॉल्यूटेंट्स, सिंथेटिक केमिकल्स, हैवी मेटल को और ये सारी चीजें सेहत पर बुरा प्रभाव डालती हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि मैंने तो पॉल्यूटेंट, सिंथेटिक केमिकल्स और हैवी मेटल खाया नहीं। फिर ये टॉक्सिन मेरी बॉडी में आया कहां से। डॉ. मार्क हाइमन अपनी किताब ‘फूड’ में लिखते हैं, “आपको लगता है कि आपने टॉक्सिन नहीं लिए। लेकिन आप जितना भी पैकेज्ड फूड, रेडीमेड फूड, जंक फूड, फास्ट फूड, ट्रांस फैट से बना फूड खा रहे हैं, वो इन सारे हैवी टॉक्सिन्स से भरा हुआ है।” इन छुट्टियों में आपने ये सब जमकर खाया होगा। इसलिए अब बारी है, नए साल की शुरुआत बॉडी डीटॉक्स से करने की। इस काम को आसान बनाने के लिए आज जरूरत की खबर में हम आपके लिए लेकर आए हैं 7 सिंपल डीटॉक्स ड्रिंक्स की रेसिपी। ये डीटॉक्स ड्रिंक आपकी रसोई में उपलब्ध चीजों से आसानी से बनाई जा सकती हैं। तो चलिए शुरू करते हैं। लेकिन शुरू करने से पहले नीचे दिए ग्राफिक से जान लीजिए कि डीटॉक्स वॉटर हमारे शरीर में जाकर करता क्या है।
नींबू-खीरा-ककड़ी से बना डीटॉक्स वॉटर
इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना। रात में सोने से पहले एक कांच की बोतल में पानी लीजिए। फिर उसमें खीरा-ककड़ी के कुछ टुकड़े, एक नींबू की छोटी-छोटी कटी स्लाइस और मिंट यानी पुदीने की पत्तियां डाल दीजिए। पूरी रात इसे पानी में रहने दीजिए।
रात भर में इन चीजों के पोषक तत्व पानी में घुल जाएंगे और यह साधारण पानी बन जाएगा एल्कलाइन वॉटर। अतिरिक्त न्यूट्रिएंट्स और मिनरल्स से भरपूर एल्कलाइन वॉटर की एक बोतल बहुत महंगी मिलती है। लेकिन आप घर में यह डीटॉक्स एल्कलाइन वॉटर बहुत आसानी से बना सकते हैं। सुबह उठकर खाली पेट ये पानी पीजिए। न सिर्फ पेट साफ होगा, बल्कि उसके साथ बॉडी के टॉक्सिन भी बाहर निकलेंगे।
अदरक और हल्दी का डीटॉक्स वॉटर
एक कांच की बोतल में पानी लीजिए। उसमें कच्ची हल्दी और अदरक का एक टुकड़ा ग्रेट करके मिला दीजिए। अगर कच्ची हल्दी नहीं है तो हल्दी पाउडर भी ले सकते हैं। एक नींबू के टुकड़े मिलाइए। पानी को तीन-चार घंटे के लिए छोड़ दीजिए। फिर दिन भर इसे थोड़ा-थोड़ा पीते रहिए। हल्दी में स्ट्रांग एंटीऑक्सीडेंट करक्यूमिन होता है। अदरक बॉडी को डीटॉक्स करता है और पाचन शक्ति बढ़ाता है। इस पानी को सुबह खाली पेट नहीं पीना चाहिए क्योंकि हल्दी और अदरक, दोनों ही चीजें तासीर में गर्म होती हैं।
एपल साइडर विनेगर डीटॉक्स वॉटर
इस डीटॉक्स वॉटर को बनाने के लिए कोई मेहनत नहीं करनी है। सुबह उठकर सिर्फ एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच एपल साइडर विनेगर डालकर खाली पेट पी लेना है। एपल साइडर विनेगर के हेल्थ बेनिफट्स पर हुई मेडिकल स्टडीज बताती हैं कि ये-
1. बॉडी को डीटॉक्स करता है।
2. वजन कम करता है।
3. इंसुलिन रेजिस्टेंस को बेहतर करता है।
4. ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
5. खाने को पचाने में मददगार है
6. कॉलेस्ट्रॉल कम करता है
7. टाइप-2 डायबिटीज में उपयोगी है।
हर तरह की बेरीज से बना डीटॉक्स वॉटर
प्रकृति ने हमें तकरीबन 400 प्रकार की बेरीज दी हैं, जिनमें से कुछ ही आसानी से उपलब्ध होती हैं। जैसे ब्लूबेरी, रास्पबेरी, क्रैनबेरी, स्ट्रॉबेरी और ब्लैकबेरी। जामुन भी एक तरह की बेरी ही है। ये सारे फल विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हैं। तो एक कांच की बोतल में इनमें से जो भी बेरीज आसानी से उपलब्ध हों, वो और नींबू के कुछ टुकड़े डालकर बना डीटॉक्स वॉटर थोड़ी-थोड़ी देर पर पीते रहें।
अनार और पुदीने का डीटॉक्स वॉटर
पानी बॉटल में अनार के कुछ दाने और पुदीने की पत्तियां डालकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। आपका डीटॉक्स वॉटर तैयार है। अनार पॉलीफेनल्स से भरपूर है, जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है। इसके अलावा यह विटामिन सी, फॉलेट, पोटैशिमय, मैग्नीशियम, आयरन और फॉस्फोरस का खजाना तो है ही।
जीरा और दालचीनी का डीटॉक्स वॉटर
एक और बेहतरीन डीटॉक्स वॉटर है- जीरा और दालचीनी का पानी। जीरे को रात भर एक कप पानी में भिगो दीजिए। सुबह इसे दालचीनी के कुछ टुकड़े या पाउडर के साथ उबाल लीजिए। डीटॉक्स वॉटर तैयार है। यह वॉटर शरीर से टॉक्सिन्स को साफ करने के साथ-साथ स्ट्रेस कम करता है और ब्लड शुगर लेवल भी मेन्टेन रखता है।
सदाबहार लेमन डीटॉक्स वॉटर
एक नींबू का 88 फीसदी हिस्सा विटामिन सी होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन बी-6, पोटैशियम और मैग्नीशियम भी होता है। नींबू इंसुलिन रेजिस्टेंस को बेहतर करने से लेकर, मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करने, पाचन दुरुस्त करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने तक हर चीज में मददगार है।
अगर आपके पास कुछ और उपलब्ध नहीं है तो सुबह खाली पेट नींबू पानी भी बॉडी को डीटॉक्स करने में काफी मददगार होगा। इसके अलावा नीचे ग्राफिक में दिए डीटॉक्स वॉटर आइडियाज भी ट्राय कर सकते हैं।
डीटॉक्स वॉटर लेने का सही तरीका
डीटॉक्स वॉटर बनाने की इन रेसिपीज के साथ ये जानना भी जरूरी है कि इसे पीने का सही तरीका और सही टाइमिंग क्या है। हेल्दी और उपयोगी चीज भी अगर गलत ढंग से ग्रहण की जाए तो नुकसानदायक हो सकती है।
इसलिए नीचे दिए ग्राफिक से समझें कि डीटॉक्स वॉटर लेने के दौरान क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए।
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