
मानसी शर्मा /- उत्तरकाशी में मजदूरों को बचाने के लिए बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तमाम तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। इस सुरंग में मजदूर 12 नवंबर से फंसे हुए हैं। इन्हें बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू मिशन जारी है।
आपको बता दें कि,टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क की बात हो या फिर दूसरा रास्ता बनाने की, टेक्नोलॉजी कई तरीकों से बचाव कार्य में बड़ी भूमिका निभा रही है।ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे है कि आखिर उन्हें बाहर निकालने के लिए कौन-कौन सी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। आइए हम आपको बताते है।।।
1.ऑगर मशीन हो रही यूज
रेस्क्यू मिशन में रास्ता बनाने के लिए ऑगर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक पावरफुल डिवाइस है, जो बड़े हेलीका स्क्रू ब्लेड्स से लैस है। ये ब्लेड्स सुरंग में रास्ता बनाने का काम कर रहे हैं। ऑगर मशीन को ट्रेंचलेस टेक्नोलॉजी के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया जा रहा है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अतिरिक्त खुदाई के बिना पाइप इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है।इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सामान्य रूप से अंडरग्राउंड यूटिलिटी, रेस्क्यू ऑपरेशन और दूसरे काम के लिए किया जाता है।
इसकी मदद से टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए एक अलग रास्ता बनाया जा रहा है। साथ ही ये भी ध्यान रखा जा रहा है कि सुरंग का मौजूदा स्ट्रक्चर खराब ना हों।
2.संपर्क के लिए इस टेक्नोलॉजी की ली जा रही मदद
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ना सिर्फ पाइप इंस्टॉल करने और सुंरग में ड्रिल करने के लिए किया जा रहा है। बल्कि इसका इस्तेमाल मजदूरों से संपर्क में भी किया जा रहा है।इसमें कैमरा और सेंसर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे रहे हैं। इससे मजदूरों की स्थिति की भी जानकारी हो रही है। हालांकि, रेस्क्यू मिशन में किन कैमरों और सेंसर का इस्तेमाल किया जा रहा है इसकी जानकारी नहीं है।मजदूरों से संपर्क करने के लिए फोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। फोन के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से संपर्क किया है।
3.ट्रे सिस्टम
पाइप और ट्रे सिस्टम मजदूरों तक जरूरी सामान पहुंचाने में मदद कर रहा लिए एक पाइप इंस्टॉल किया गया है, जिसमें खाना और दूसरी जरूरी चीजों को पहुंचाने के लिए ट्रे सिस्टम लगाया गया है।इसकी मदद से वर्कर्स तक आसानी से खाना पहुंचाया जा रहा है। इन तमाम तरीकों की मदद से इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टेक्नोलॉजी एक बड़ा रोल प्ले कर रही है।
More Stories
दिल्ली: 20 अप्रैल से 5 मई तक पूरे देश में वक्फ संशोधन जागरूकता अभियान चलाएगी बीजेपी
राज्य में हिंसा, RSS जिम्मेदार- ममता बनर्जी, मुर्शिदाबाद हिंसा में घिरीं बंगाल सीएम का बड़ा आरोप
जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही, राष्ट्रीय राजमार्ग किए बंद
देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए SC ज़िम्मेदार- निशिकांत दुबे, राजनीति मैदान में मचा हंगामा
उन्नत प्याज की खेती को लेकर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन
नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान ने किया राव तुलाराम अस्पताल का औचक दौरा