• DENTOTO
  • मिथुन चक्रवर्ती को मिलेगा दादा साहेब फाल्के सम्मान

    स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

    शिव कुमार यादव

    वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

    संपादक

    भावना शर्मा

    पत्रकार एवं समाजसेवी

    प्रबन्धक

    Birendra Kumar

    बिरेन्द्र कुमार

    सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

    Categories

    July 2025
    M T W T F S S
     123456
    78910111213
    14151617181920
    21222324252627
    28293031  
    July 8, 2025

    हर ख़बर पर हमारी पकड़

    मिथुन चक्रवर्ती को मिलेगा दादा साहेब फाल्के सम्मान

    नई दिल्ली/अनीशा चौहान/-  भारतीय सिनेमा के लेजेंडरी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें 8 अक्टूबर 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह घोषणा करते हुए कहा कि मिथुन दा की सिनेमाई यात्रा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

    मिथुन चक्रवर्ती की सिनेमाई यात्रा

    मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में कई हिट फिल्में दी हैं और उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में से एक माना जाता है। हाल ही में, उन्होंने ‘ओह माय गॉड’ जैसी फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। उनके करियर की बेहतरीन फिल्मों में ‘अग्निपथ’, ‘मुझे इंसाफ चाहिए’, ‘हम से है जमाना’, ‘पसंद अपनी अपनी’, ‘घर एक मंदिर’ और ‘कसम पैदा करने वाले की’ जैसी फ़िल्में शामिल हैं।

    सिनेमाई सफर की शुरुआत

    मिथुन चक्रवर्ती ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1976 में एक छोटे से रोल से की थी। यह फिल्म ‘दो अनजाने’ थी, लेकिन 1977 में उन्हें बतौर लीड एक्टर पहली बड़ी सफलता मिली। उनकी पहली लीड फिल्म ‘मृगया’ के लिए ही उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मिथुन उन गिने-चुने कलाकारों में से हैं, जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किया।

    डिस्को डांसर से मिली पहचान

    1982 में रिलीज हुई मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘डिस्को डांसर’ ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इस फिल्म ने एशिया, सोवियत संघ, पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व, तुर्की और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में शानदार सफलता हासिल की। ‘डिस्को डांसर’ ने मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा का एक ऐसा सितारा बना दिया, जिसे लोग न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में पसंद करने लगे।

    निष्कर्ष

    मिथुन चक्रवर्ती की सिनेमाई यात्रा उनके अनगिनत प्रशंसकों और भारतीय सिनेमा के लिए प्रेरणादायक रही है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया जाना उनके वर्षों के कठिन परिश्रम, समर्पण और अद्वितीय अभिनय प्रतिभा की सराहना का प्रतीक है।

    About Post Author

    Subscribe to get news in your inbox