

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/महाराष्ट्र/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पीएम मोदी से मीटिंग के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई हैं। वहीं शिवसेना की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी बैठक हुई। जिसके बाद शिवसेना ने कहा है कि 5 साल तक महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ही रहेंगे जिसे देखते हुए कांग्रेस की स्थिति असहज हो गई हैं । इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस अब प्रदेश में स्थानीय चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक अकेले लड़ेगी।
प्रदेश मंे तेजी से बदलती परिस्थितियों को देखते हुए अब नही लगता कि कांग्रेस महाविकास अघाड़ी गठबंधन मंे ज्यादा दिन टिक पायेगी। हालांकि अभी तक भाजपा को टक्कर देने के लिए एनसीपी, कांग्रेस व शिवसेना तीन दलों की महाविकास अघाड़ी बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी। हालांकि अभी भी प्रदेश में एनसीपी और शिवसेना अगला विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की बात करती रहीं हैं, लेकिन कांग्रेस अपने इन दोनों सहयोगी दलों से सहमत नहीं दिखाई दे रही है। प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस अगला चुनाव अकेले लड़ेगी। इससे पहले मुंबई कांग्रेस के नेता भी अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर ऐसा ही बयान दे चुके हैं। यदि कांग्रेस अपने इसी रुख पर कायम रही तो तीन दलों की महाविकास अघाड़ी बनाकर महाराष्ट्र में भाजपा को टक्कर देने की शरद पवार की योजना ध्वस्त हो सकती है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने अमरावती में कहा, मैं राज्य का कांग्रेस चीफ हूं। इसलिए अपनी पार्टी के विचार भी मैं ही रखूंगा। किसी दूसरी पार्टी का कोई नेता कांग्रेस के विचार नहीं रखेगा। मुझे नहीं पता कि शरद पवार ने क्या कहा, लेकिन कांग्रेस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में अगले सभी स्थानीय निकाय चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों में पार्टी अकेले ही लड़ेगी। इतना ही नहीं नाना पटोले ने कहा, कांग्रेस के कार्यकर्ता चाहते हैं कि अब मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का बनना चाहिए। कार्यकर्ताओं के मन की बात सबके सामने रखना मेरी जिम्मेदारी है।
बता दें कि हाल ही में शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र में शासन कर रही महाविकास अघाड़ी सरकार न सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना मिलकर अगले विधानसभा व लोकसभा चुनावों में भी अच्छी सफलता हासिल करेंगी।
अटकलें लग रही हैं कि ढाई साल बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर एनसीपी की ओर से दावेदारी पेश की जाएगी। इससे महाविकास आघाड़ी सरकार में विवाद की चिंगारी भड़केगी। इनका खंडन करते हुए शिवसेना ने सामना में लिखा कि इन दावों में कोई सच्चाई नहीं है। शिवसेना को मुख्यमंत्री पद का वचन ‘पांच’ साल के लिए दिया गया है। पांच साल तक उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री रहेंगे।
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