
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- दिल्ली के मादीपुर गांव में नगर निगम की मनमानी के खिलाफ सोमवार को एक बड़ी पंचायत का आयोजन हुआ। भगवती सरोवर और पांडवकालीन शिव मंदिर मार्ग पर बने अवैध कूड़ा घर के मुद्दे पर दिल्ली पंचायत संघ ने नगर निगम को घेरा। पंचायत में सर्वसम्मति से मांग की गई कि नगर निगम को भंग कर, सफाई व्यवस्था के लिए एक स्वायत्त बोर्ड का गठन किया जाए, जो दिल्ली सरकार के अधीन कार्य करे।
कूड़ा, टैक्स और मनमानी के खिलाफ एकजुटता :
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव, पंचायत प्रमुख सुधीर कुमार और पंच प्रमुख हरि प्रकाश ने मौके का मुआयना किया और साफ कहा कि गांवों को कूड़ाघर नहीं बनने दिया जाएगा। पंचायत में उपस्थित लोगों ने यूजर चार्ज और हाउस टैक्स नोटिसों की वापसी की भी जोरदार मांग की।
पंचायत संघ का बड़ा ऐलान
सह प्रमुख सुनील शर्मा ने स्पष्ट किया कि यदि नगर निगम ने गांवों से अवैध कूड़ा घर नहीं हटाए और टैक्स वसूली नहीं रोकी तो दिल्ली पंचायत संघ एक व्यापक आंदोलन छेड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मादीपुर का मामला नहीं, बल्कि पूरे देहात और शहरी गांवों का साझा संकट है।

“आस्था और पर्यावरण को हो रहा नुकसान“
मादीपुर पंचायत प्रमुख सुधीर कुमार ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि निगम की गाड़ियां बाहरी इलाकों से कूड़ा लाकर भगवती सरोवर मार्ग पर डाल रही हैं। इससे न केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि धार्मिक आस्था भी आहत हो रही है।
सिस्टम फेल, सिंगल विंडो सिस्टम की मांग
थान सिंह यादव ने कहा, दिल्ली सरकार व नगर निगम शासन के अधीन होने के बाद भी निगम अधिकारी जवाबदेह नहीं हैं। दिल्ली में प्रशासनिक ढांचा बिखरा हुआ है। हम चाहते हैं कि सफाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, बागवानी और सड़क सेवाएं एक सिंगल विंडो प्रणाली में लाई जाएं, ताकि जवाबदेही तय हो सके।“
महापंचायत का ऐलान
पंचायत संघ ने चेतावनी दी है कि बहुत जल्द नगर निगम से जुड़े मुद्दों पर एक महापंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें दिल्ली के सभी देहात, गांव और ग्रामीण किसान प्रतिनिधि भाग लेंगे।
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