
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/अनीशा चौहान/- मंगलवार को दिल्ली में चुनावी दंगल का शंखनाद हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। साथ ही उन्होने दिल्लीवासियों से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए दिल्ली के हिंसा मुक्त चुनावों की तारीख का ऐलान किया। उन्होंने इस अवसर पर शेयरो-शायरी के माध्यम से राजनीतिक पार्टियों को आत्म संयम बरतने की चेतावनी भी दी। उन्होंने हर चुनाव के बाद ईवीएम पर उठने वाले सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि वह दावे के साथ कह सकते है कि ईवीएम को हैक नही किया जा सकता। यह बात और है कि राजनीतिक पार्टियां अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ रही है जो सरासर गलत है। ईवीएम की कार्यप्रणाली को लेकर उन्होंने पूरी विस्तृत रिपोर्ट पेश की। साथ ही कहा कि कोर्ट ने भी माना है कि ईवीएम को हैक नही किया जा सकता। उन्होंने राजनेताओं और राजनीतिक पार्टियों से अपील करते हुए कहा कि वह चुनाव आयोग की ईमानदारी पर उंगली उठाना छोड़े और चुनाव अधिकारियों का सम्मान करें।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने दिल्ली विधानसभा चुनावों की जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली की कुल जनसंख्या 2.17 करोड़ है और इसबार 1.55 करोड़ के करीब मतदाता है। जिनमें पुरूष मतदाता की संख्या 83.49 लाख है तथा महिला मतदाता की संख्या 71.73 लाख के करीब है। दिल्ली में कुल 13033 मतदाता केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही विक्लांग व बुजुर्गों के लिए अलग से सुविधाएं दी गई है। हर बूथ पर मतदाताओं के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वोट को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि हर व्यक्ति को अपना वोट देने का अधिकार है और दिल्ली के हर वासी का अपना वोट है। अगर किसी का वोट कट गया है या नही बना है तो इसके लिए चुनाव अधिकारी सुधार के लिए तीन स्तर पर मौका देते हैं। अगर फिर भी कोई वोट कटने की शिकायत करता है तो यह गलत है और राजनीतिक पार्टियां इस तरह का भ्रम फैलाने से बचें। उन्होने कहा कि चुनाव आयोग पर उठने वाले हर सवाल का जवाब देना हमारा फर्ज है। दिल्ली में बड़े पैमाने पर मतदान की उम्मीद है इसलिए सभी का फर्ज है कि वो मतदान में ईमानदारी से हिस्सा ले और इसे हिंसा मुक्त बनाने में अपना सहयोग करें।

उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से वोटर लिस्ट में गलत एंट्री और ईवीएम इलेक्शन है जैसे आरोपों से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में देश में 10.50 लाख से ज्यादा मतदान बूथ बनाए जाते है और 50 लाख के करीब चुनाव अधिकारी लगाए जाते है। हर बूथ पर एजेंट के सामने ईवीएम लोड करना व सील करने का काम किया जाता है। लेकिन फिर भी चुनाव के बाद कुछ पार्टियां ईवीएम पर सवाल उठाती हैं। चुनाव अधिकारियों के साथ बदसलूकी की जाती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पार्टियां व उनके एजेंट चुनाव अधिकारियों का सम्मान करना सीखें। साथ ही उन्होंने पत्रकारों के सभी सवालों का जवाब देते हुए दिल्ली में हिंसा मुक्त व ईमानदारी पूर्वक चुनाव करने का अपना संकल्प दौहराया।
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