नजफगढ़ मैट्रो न्यूज /नजफगढ़/भावना शर्मा/- नजफगढ़ में डांडिया के बाद अब कामकाजी महिलाओं ने खेलों में भी अपना दम दिखाया है। इस नई पहल की शुरूआत आरम्भ स्पोट्र्स मीट (खेल प्रतियोगिता) की संयोजक ऋतू दहिया कुंडू द्वारा की गई।
इस प्रतियोगिता में कई प्रकार के खेल करवाए गए जिसमें रेस, लेमन रेस, बुक बैलेंसिंग रेस, रिले रेस, थ्री लेग रेस, शॉटपुट, रस्सा कस्सी और म्यूजिकल चेयर जैसे फन गेम्स भी शामिल थे। इसमे सबसे अच्छी बात यह रही की किसी से भी कोई रजिस्ट्रेशन फीस या किसी तरह का कोई चार्जेज नहीं लिए गया। इस संबंध में प्रतियोगिता की संयोजक ऋतू दहिया कुंडू ने बताया कि कामकाजी व घरेलु महिलाओं का सारा ध्यान काम पर और परिवार पर ही होता है जिसे देखते हुए उन्होने रजिस्ट्रेशन फीस ना लेने के पीछे की वजह बताते हए कहा कि महिलायें खासतौर पर घरेलु महिलायें अपने परिवार पर ही सारा फोकस रखती हैं और जब बात आती है खुद पर खर्च करने की तो वो पीछे हट जाती हैं। ऐसे में यदि प्रतियोगिता में रजिस्टेªशन फीस होती तो शायद महिलाऐं ज्यादा संख्या में भाग नही ले पाती। यही वजह थी कि जिसकारण महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और भारी मात्रा में महिलायें प्रतियोगिता में पहुंची। ऋतु ने इस प्रतियोगिता को करवाने का उद्देष्य बताते हुए कहा कि महिलायें पूरे साल अपनों के लिए जीती हैं। कोई एक दिन तो होना चाहिए जब वो अपने लिए भी जीएँ, परिवार की बागडोर को संभालते- संभालते कब वो अपने आपको खो देती हैं पता ही नहीं चलता। उनका कहना है के हर शख्स में एक बच्चा कहीं ना कहीं छिपा होता है, बस उसी बचपन को महिलाओं में वापस जगाने का प्रयास कर रही हूँ और आगे भी इसी तरह के प्रयास करती रहूंगी। मेरा सभी महिलाओं से निवेदन है के उस बच्चे को अपने अंदर जिन्दा रहने दें और आगे भी जब भी आरम्भ स्पोट्र्स मीट द्वारा ये प्रतियोगिता हो तो वहां आकर एक दिन अपने लिए भी जीएँ। देखा जाये तो बच्चो के लिए, लड़को के लिये इस तरह की प्रतियोगिताएं होती रहती हैं लेकिन 25 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के लिए इस तरह का आयोजन पहली बार हुआ है। जो नजफगढ़ में चर्चा का विषय बन गया है। इस अवसर पर सभी प्रतियोगियों को पार्टिसिपेंट्स सर्टिफिकेट्स दिए गए। प्रतियोगिता में प्रथम आने वालो को गोल्ड मेडल्स, द्वितीय स्थान पर आने वालों को सिल्वर मेडल्स और तृतीय स्थान पर आने वालों को ब्रोंज मेडल्स से सम्मानित किया गया। बेस्ट परफ़ॉर्मर ऑफ़ द डे जो रहीं उन्हें एक खूबसूरत ट्रॉफी दी गयी। आयोजक बहुत छोटी उम्र में इतनी बड़ी सोच रखने वाली ऋतु दहिया कुंडू गुरुग्राम की रहने वाली हैं और पेशे से एक अध्यापिका हैं, उनके दोस्तों से बात करने पर उन्होंने बताया के वो बचपन से ही बड़ी निडर और साहसी हैं और लोगों की मदद करने के लिए सदैव ततपर रहती हैं।
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