
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- दिल्ली में विधानसभा चुनाव में केजरीवाल ने फिर एक नया ऐलान कर दिया है। इसबार उन्होने केंद्र सरकार को घेरने के लिए मिडिल क्लास को लेकर बड़ा ऐलान किया है साथ ही मिडिल क्लास के लिए केजरीवाल ने केंद्र सरकार के सामने 7 सुत्री मांगों को रखा है।

दिल्ली में जैसे-जैसे मतदान की तारीख करीब आ रही है वैसे-वैसे राजधानी का राजनीति पारा चढ़ने लगा है। दिल्ली के लोगों का दिल जीतने के लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आम आदमी पार्टी की फ्री की स्कीमों को कॉपी करते हुए भाजपा ने भी अपने संकल्प पत्र में कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया है। वहीं अब आप का अगला निशाना दिल्ली के मिडिल क्लास परिवारों पर है।
वोटबैंक-नोटबैंक के बीच पिस रहा मिडिल क्लास
अरविंद केजरीवाल ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि बाकी पार्टियों ने धर्म और जाति के आधार पर अपने वोटबैंक बांट रखे हैं। वोटबैंक और नोटबैंक के बीच एक बहुत बड़ा वर्ग पिस कर रह गया है। वो है भारत का मिडिल क्लास वर्ग। आजाद भारत के 75 सालों में एक के बाद एक कई सरकारें आईं और सभी ने मिडिल क्लास के लोगों को निचोड़ कर रखा है।
सरकार से नहीं मिलती मदद
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लाखों करोड़ों की संख्या में मिडिल क्लास के लोग टैक्स भरते हैं और बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता। इस मिडिल क्लास में लाखों लोग शामिल हैं। उनके कोई बहुत बड़े सपने नहीं होते। वो बस अच्छी नौकरी, घर और बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा चाहते हैं। इसके लिए वो दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं। सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिलती।
टैक्स ने तोड़ी मिडिल क्लास की कमर
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर यह मिडिल क्लास लोग साल में 10-12 लाख रुपए कमाते हैं तो उनपर कई सारे टैक्स लगा दिए जाते हैं। सारे टैक्स मिलाने के बाद मिडिल क्लास लोगों की 50 फीसदी आमदनी सरकार के पास चली जाती है। आलम यह है कि फैमिली प्लानिंग एक फाइनेंशियल मुद्दा बन गया है। यही वजह है कि कई लोग देश छोड़कर जा रहे हैं।
शिक्षा को दिल्ली सरकार ने बनाया बेहतर
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि मेरा मानना है मिडिल क्लास सिर्फ शिक्षा से आगे बढ़ सकता है। इसलिए हमारी सरकार बनने के बाद शिक्षा का बजट 5000 करोड़ से बढ़ाकर 10000 करोड़ कर दिया गया और आज यह 16000 करोड़ रुपए है। हमने सरकारी स्कूलों को काफी बेहतर बना दिया है। 4 लाख बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में आ गए हैं। हमने प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने पर भी कैप लगा दिया है।
केजरीवाल का ऐलान
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में चुनाव जीतने के बाद हम संजीवनी योजना लागू करेंगे। इसके तहत सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में सीनियर सिटीजन्स को फ्री में इलाज मिलेगा। अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास से वादा करते हुए कहा कि सड़क से लेकर संसद तक आम आदमी पार्टी के लोग मिडिल क्लास की आवाज बनेंगे। ।।च् के सांसद मिडिल क्लास की गूंज अब संसद में उठाएंगे।
केजरीवाल की 7 पॉइंट डिमांड
अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के आगामी बजट में 7 पॉइंट की डिमांड रखी है।
1. देश की शिक्षा का बजट 2 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया जाए। पूरे देश में प्राइवेट स्कूल की फीस पर लगाम लगाई जाए।
2. उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी और स्कॉलरशिप दी जाए।
3. हेल्थ का बजट बढ़ाकर 10 फीसदी किया जाए और हेल्थ इंश्योरेंस से टैक्स हटाया जाए।
4. इनकम टैक्स की छूट की सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाए।
5. आवश्यक वस्तुओं से जीएसटी खत्म किया जाए।
6. वरिष्ठ नागरिकों के लिए मजबूत रिटायरमेंट योजना बनाई जाए और देश भर के सभी अस्पतालों में उन्हें फ्री इलाज की सुविधा मिले।
7. बुजुर्गों को पहले रेलवे में 50 फीसदी की छूट मिलती थी, जिसे बंद कर दिया गया। इसे फिर से शुरू किया जाए।
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