
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/चंडीगढ़/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस को नोटिफाइड डिजीज (अधिसूचित रोग) घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। प्रदेश में ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ चुके हैं। अब नए मामले मिलने पर डॉक्टर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे। पीजीआई रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक इस बारे में वीडियो कांफ्रेंस करेंगे और ब्लैक फंगस के इलाज को लेकर विचार विमर्श करेंगे।
प्रदेश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना से ठीक होने के बाद अब ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिन्हें शुगर है और उन पर ब्लैक फंगस ने हमला बोल दिया है। पिछले एक सप्ताह में पीजीआई रोहतक में सबसे अधिक ऐसे मामले सामने आए। पीजीआई में करीब 20 ऐसे मामले आए। इनमें से कुछ लोगों की आंख चली गई तो किसी का कान। वहीं, दो लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके बाद करनाल मेडिकल कॉलेज में भी दो ऐसे मरीजों की पहचान की गई, जिनको फंगस इंफेक्शन हो गया है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने मांग की थी कि सरकार डॉक्टरों की एक प्रदेश स्तरीय समिति गठित करे जो पूरे प्रदेश के जिलों के हालात पर नजर रखे। ऐसे मरीजों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द इलाज उपलब्ध कराया जाए। सरकार ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के इलाज और दवाइयों का पूरा खर्च उठाए। यह और भी चिंताजनक है कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक ऐसा कोई डाटा नहीं है कि हरियाणा के किस जिले में ब्लैक फंगस के कितने मरीज मिले हैं। इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाला सवा दो हजार का इंजेक्शन छह हजार में बिक रहा है।
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