नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली में आगामी कुछ दिन कोरोना को लेकर काफी मुश्किलों भरे हो सकते है। जिसे देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली में 14 दिन के लिए लाॅक डाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण निजामुद्दीन में हुए तबलीगी मरकज को बताया जा रहा है। दिल्ली सरकार की कैबिनेट लाॅक डाउन की अवधि को लेकर मंथन कर रही है। सरकार का यह भी कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो दिल्ली वालों को राहत भी मिल सकती है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि दिल्ली सरकार लाॅक डाउन को लेकर फैसला 9 या 10 अप्रैल को कर सकती है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते केंद्र सरकार ने पूरे देश में लाॅक डाउन के साथ-साथ धारा-144 की भी घोषणा कर दी थी और लोगों से अपने घरों में ही रहने की हिदायत दी गई थी। लाॅक डाउन के कुछ दिनों तक तो मामला बिलकुल ठीक रहा और सरकार को लगा कि स्थिति पूरी तरह से नियन्त्रण में है लेकिन फिर अचानक दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज के नाम पर एक धार्मिक आयोजन होता है जिसमें देश-विदेश के करीब 3 से 4 हजार लोग भाग लेते है। लेकिन वहां से जो बातें व घटनायें सामने आती हैं उससे सभी की चिंता बढ़ गई है। तबलीगी मरकज आये संक्रमित लोगों की संख्या को देखकर ऐसा लगता है कि इस आयोजन का मतलब ही देश में कोरोना फैलाकर देश के अस्थिर करने का था जिसे देखते हुए केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारों ने भी अपने यहां सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ मरकजियों को पकड़ने व उन्हे कोरेंटाइन में रखने की कार्यवाही के ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। दिल्ली में भी इस आयोजन में भाग लेने वाले करीब 300 मरकजियों को पकड़ा गया और उन्हे द्वारका व बक्करवाला के आइसोलेशन सैंटरों में रखा गया। यहीं से अब यह बात उठी की इन लोगों के कारण दिल्ली को कितना नुकसान हुआ है जिसका अनुमान अगले कुछ दिनों में ही पता चल पायेगा। जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार दिल्ली में लाॅक डाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर गहन मंथन कर रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की माने तो स्थिति अभी नियन्त्रण में जरूर है लेकिन मरकजियों के कारण जो संक्रमण दिल्ली में फैला है उसका पता लगने में अभी कुछ दिन और लगेंगे तब तक हम दिल्लीवासियों को किसी खतरे में नही डाल सकते जिससे यह लगता है कि दिल्ली में अगले 14 दिन के लिए लाॅक डाउन बढ़ाया जा सकता है। यहां बता दें कि दिल्ली में कुल 14 जिले है जिनमें से 8 जिलों में ही कोरोना संक्रमण का प्रभाव है जिसमें से भी पूर्वी व दक्षिणी दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित है बाकि जिलों में मामले काफी कम है। लेकिन जब तक स्थिति पूरी तरह से साफ नही हो जाती तब तक दिल्ली से लाॅक डाउन हटाना खतरे से खाली नही होगा। अब यह पूरी तरह से दिल्ली सरकार पर निर्भर करता है कि दिल्ली मे ंलाॅक डाउन की अवधि क्या हो। और यदि डब्ल्यूएचओं के कोरोना पैटर्न को देखे तो उसमें पहले एक दिन फिर 5 दिन फिर 21 दिन फिर 5 दिन और फिर 14 दिन का चार्ट बना हुआ। जो कोरोना से बचाव के लिए सभी देशों को अपनाना है। हमारे देश में 1 दिन 5 दिन व 21 दिन का समय 14 अप्रैल को पूरा हो जायेगा इसके बाद बचे 5 दिन व फिर 14 दिन का लाॅक डाउन और लगेगा। हालांकि यह पूरी तरह से स्थितियों पर निर्भर है कि देश में कोरोना की स्थिति कैसी है। क्योंकि यह संक्रमण से फैलने वाली बिमारी है और बड़ी तेजी से फैलती है तो ऐसी स्थिति में कोई भी सरकार जोखिम नही उठाना चाहेगी। अब देखना यह है कि सरकार का अगला कदम क्या होता है।
More Stories
कंपकपी क्यों होती है? ठंड में शरीर का यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया समझें
मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद वाले बयान से सहमत नहीं आरएसएस..!
AAP और कांग्रेस के बीच बढ़ी तकरार, दिल्ली चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप तेज
दिल्ली देहात का नरेला इलाका बनेगा एजुकेशन हब, सरकार ने 7 नए विश्वविद्यालयों को की जमीन आवंटित
आरजेएस पीबीएच का “सकारात्मक भारत उदय” आंदोलन: प्रवासी भारतीयों के साथ 2025 की शुरुआत
दिल्ली में 6 लेन फ्लाईओवर का शुभारंभ, आम आदमी पार्टी की सरकार की नई पहल