मानसी शर्मा/- उत्तरखांड की राजनीति में इस वक्त सियासी पारा हाई है। वजह है संसदीय कार्यमंत्री और कांग्रेस विधायक का आपस में भिड़ना। विधानसभा में शुक्रवार को हुई यह बहस शनिवार को गरमाहट में बदल गई। कांग्रेस विधायकों से बातचीत के दौरान विधायक बिष्ट की कथीत क्षेत्रवाद की टिप्पणी पर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कड़ा विरोध जताया था। दूसरी तरफ उत्तराखंज के ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओें ने रैली निकाली और जमकर नारेजबाजी की। क्या है पूरा मामला? दरअसल इस वक्त उत्तराखंड में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सत्र के पहले दिन विपक्ष राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध कर रहा था।

इस दौरान द्वाराहाट के विधायक बिष्ट और मंत्री अग्रवाल के बीच हुई तीखी नोकझोंक हो गई। शुक्रवार को सदन में शून्यकाल के दौरान संसदीय कार्यमंत्री अग्रवाल, कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी की कार्यस्थगन की सूचना का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान विधायक बिष्ट ने कथित तौर पर क्षेत्रवाद संबंधित टिप्पणी की थी। दरअसल, 18 फरवरी को, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विधायक मदन बिष्ट ने विरोध जताया था, जिसके बाद मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उन पर शराब पीकर सदन में आने का आरोप लगाया। इसके बाद, विधायक बिष्ट ने मंत्री पर पहाड़ी विधायक का अपमान करने का आरोप लगाया था।

जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया था। विधनासभा अध्यक्ष ऋतु खंडू़ड़ी भूषण ने इस घटना के बाद कड़ा एतराज जताया था। उन्होंने कहा था सदन की कार्यवाही पूरा देश देख रहा है। विदेशी से टिप्पणी आने लगती है कि आपके सदन में क्या हो रहा है। खंडू़ड़ी भूषण ने कहा कि हम उत्तराखंड के लोग हैं। ऐसा व्यवहार न करें। राज्य के लिए सबने लड़ाई लड़ी है। ऐसी टिप्पणी लोकतंत्र के मंदिर में होगी तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सदन के रिकॉर्ड से हटाने के आदेश खंडू़ड़ी भूषण ने कहा कि कभी-कभार मुंह से कोई शब्द निकल जाता है, लेकिन यदि इसे बार-बार दोहराया जा रहा है तो स्पष्ट है कि जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। यह अवश्य ध्यान में रखा जाए कि हम विधानसभा में बैठे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में मंत्री और विपक्षी विधायकों के बीच हुए वार्तालाप को कार्यवाही से हटाने के निर्देश दिए है।

About Post Author