
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/हेल्थ डेस्क/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- पिछले एक साल से कोरोना वायरस ने दुनियाभर में हाहाकार मचा रखा है। हालांकि भारत ने कोरोना की पहली लहर को बड़ी ही मजबूती से मुकाबला कर निष्क्रिय कर दिया था लेकिन मौजूदा समय में कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही भारत में हालत बेहद ही खराब हो चले हैं। हर दिन लाखों की संख्या में नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं और इसके कारण हजारों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। चूंकि अब कहा जा रहा है यह वायरस हवा के माध्यम से भी तेजी से फैल रहा है, इसीलिए लोगों को घरों में ही रहने और घर में भी मास्क पहनकर रहने की सलाह दी जा रही है। अब ये तो आप जान ही गए हैं कि अगर सावधानी न बरतें तो यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल जाता है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि कोरोना से संक्रमित होने वाला मरीज आखिर कितने दिन बाद तक भी दूसरे लोगों को संक्रमित कर सकता है यानी उसके अंदर वायरस कितने दिनों तक मौजूद रहता है?
सीडीसी की हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उपलब्ध आंकड़ों से संकेत मिलता है कि हल्के से मध्यम कोरोना संक्रमण वाले व्यस्क लक्षण शुरू होने के 10 दिनों तक संक्रामक रहते हैं। इसका मतलब ये है कि कोरोना से संक्रमित होने के 10 दिन बाद मरीज किसी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर सकता है। हालांकि सीडीसी का यह भी कहना है कि गंभीर बीमारी या कमजोर प्रतिरक्षा यानी इम्यूनिटी वाले अधिकांश वयस्क लक्षण शुरू होने के 20 दिन बाद तक भी संक्रामक रहते हैं, यानी इस दौरान वो किसी दूसरे को भी संक्रमित कर सकते हैं। इससे जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं।
हाल ही में प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने भी एक ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी थी कि लक्षण शुरू होने के 10 दिन बाद कोरोना मरीज गैर-संक्रामक हो जाता है, यानी वह संक्रमण नहीं फैला सकता। इसलिए अगर मरीज को पिछले कुछ दिनों से कोई लक्षण नहीं है और बुखार नहीं है, तो होम आइसोलेशन के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट की कोई जरूरत नहीं है।
घर में रहना है ज्यादा सुरक्षित
चूंकि देश में चल रही कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद ही संक्रामक और जानलेवा है, इसलिए यह जरूरी है कि आप बेवजह घर से बाहर न निकलें। संभव हो तो घर में भी मास्क लगाकर रहें, हाथ धोते रहें। अगर आप किसी बहुत जरूरी काम से बाहर जा रहे हैं तो यह जरूरी है कि आप मास्क तो लगाकर रखें ही, साथ ही लोगों से सुरक्षित शारीरिक दूरी भी बनाकर रखें, ताकि संक्रमण का कोई खतरा न हो।
नोट- यह लेख अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की रिपोर्ट और पीआईबी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए हैं। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण हों अथवा आप किसी रोग से ग्रसित हों तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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