नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को ब्राजील से होते हुए गुयाना पहुंचे, जहां उनका स्वागत करने के लिए खुद गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने तमाम प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्रपति अली के साथ उनके दर्जनभर कैबिनेट मंत्री भी उपस्थित थे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति अली ने गले मिलकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। पीएम मोदी का जॉर्जटाउन में शानदार स्वागत हुआ, जहां स्थानीय कलाकारों ने नृत्य किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना का पहला दौरा है, और वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने पिछले 56 सालों में गुयाना का दौरा किया।
गुयाना में भारतीय मूल के लोग करीब 40 प्रतिशत हैं, और यहां के लोग भारत और भारतीय संस्कृति से गहरी जुड़ाव रखते हैं।
विशेष बैठक को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी अपने गुयाना दौरे के दौरान एक विशेष बैठक को संबोधित करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति अली के बीच महत्वपूर्ण मीटिंग होगी, जिसमें दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। भारत के दूत अमित एस तेलंग ने इस यात्रा की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, “यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे और मधुर संबंधों का प्रतीक है। यह यात्रा 56 वर्षों के बाद हमारे बीच स्थापित स्थायी मित्रता और आपसी विश्वास का प्रतीक है।”
प्रधानमंत्री मोदी को मिलेगा गुयाना का सर्वोच्च सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना अपने देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान – ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से नवाजेगा। इसके अलावा, बारबाडोस में उन्हें ‘ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ सम्मान दिया जाएगा। कुछ समय पहले ही डोमिनिका ने भी पीएम मोदी को अपने देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया था। अब तक प्रधानमंत्री मोदी को 19 देशों ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया है, जो उनकी वैश्विक स्थिति और कूटनीतिक कौशल का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और गुयाना के बीच रिश्तों को और भी मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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