“दिल्ली में मिड-डे मील किचन की पोल खुली!”

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 28, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

-नरेला जोन के घेवरा में संचालित रसोई में मिली गड़बड़ियां

नई दिल्ली/उमा सक्सेना/-    दिल्ली नगर निगम शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष अमित खरखड़ी ने मंगलवार को नरेला जोन के घेवरा स्थित मिड-डे मील किचन का अचानक निरीक्षण किया। यह किचन नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने का कार्य करता है। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं और लापरवाहियां सामने आईं, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

रसोई में गंदगी, स्वच्छता नियमों का उल्लंघन
जांच के समय यह पाया गया कि किचन की सफाई व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित थी। दीवारों और फर्श पर गंदगी की मोटी परतें जमी हुई थीं और कर्मचारियों द्वारा बुनियादी स्वच्छता मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। और तो और, वहां एक्सपायर्ड खाद्य सामग्री का प्रयोग किया जा रहा था, जिससे बच्चों की सेहत पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता था।

उपाध्यक्ष ने जताई सख्त नाराजगी, तत्काल कार्रवाई के निर्देश
इस स्थिति को देखकर उपाध्यक्ष अमित खरखड़ी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि “बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ अस्वीकार्य है।” उन्होंने मौके पर ही रसोई प्रबंधक और संबंधित कर्मचारियों से जवाब मांगा और निर्देश दिया कि दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।

शिक्षा समिति में उठा मामला, होगी कठोर कार्रवाई
निरीक्षण के बाद यह मामला शिक्षा समिति की बैठक में विस्तार से उठाया गया। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने इस गंभीर लापरवाही पर चिंता जताई और सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि संबंधित संस्था के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। समिति के अध्यक्ष योगेश वर्मा ने कहा कि भविष्य में किसी भी एजेंसी को मिड-डे मील का ठेका देने से पहले उसकी सुविधाओं, स्वच्छता व्यवस्था और गुणवत्ता मानकों की गहन जांच की जाएगी।

शिकायतें दबाने वाले अफसरों पर भी होगी कार्रवाई
बैठक में यह भी तय किया गया कि पिछले वर्षों में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की जाएगी और यह जांच की जाएगी कि किन मामलों में कार्रवाई नहीं हुई या किन अधिकारियों ने शिकायतों को दबाया। ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। समिति ने स्पष्ट किया कि बच्चों के भोजन और स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सभी किचनों का औचक निरीक्षण और डिजिटल मॉनिटरिंग की व्यवस्था
शिक्षा समिति ने यह भी निर्णय लिया कि नगर निगम के सभी मिड-डे मील किचनों का नियमित औचक निरीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही पूरी आपूर्ति प्रणाली को डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम से जोड़े जाने का प्रस्ताव दिया गया है, ताकि भोजन की गुणवत्ता, मात्रा और वितरण से संबंधित डेटा का प्रतिदिन ऑनलाइन निरीक्षण किया जा सके।

बच्चों की सेहत पर नहीं होने दिया जाएगा कोई समझौता
श्री खरखड़ी ने कहा कि नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों की सेहत और भविष्य की सुरक्षा शिक्षा समिति की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि “हमारा दायित्व है कि हर बच्चे तक पौष्टिक, शुद्ध और सुरक्षित भोजन पहुंचे — इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में यदि किसी भी संस्था या ठेकेदार द्वारा इस तरह की गलती दोहराई गई, तो उनका अनुबंध रद्द कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox