
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुई पहलवान सागर की हत्या के मामले रोजाना नये खुलासे सामने आ रहे है। लेकिन फिर भी इस हत्या कांड के मुख्यारोपी दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान का पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी है। हालांकि इस हत्याकांड को पहलवानों के वर्चस्व की लड़ाई को लेकर देखा जा रहा है लेकिन सुशील पहलवान के नीरज बवाना गैंग की शरण में होने के कारण पुलिस ने क्षेत्र में गैंगवार की आशंका भी व्यक्त की है। वही यह भी कहा जा रहा है कि जिस फ्लैट को खाली कराने को लेकर झगड़ा हुआ था वह तो याची की पत्नी के नाम है तो फिर सुशील भाग क्यों रहा है।
जानकारी मिली है कि पहलवान सुशील कुमार नीरज बवाना गैंग से जुड़ा हुआ है, वहीं मृतक पहलवान सागर संदीप उर्फ काला जेठड़ी के गैंग के संपर्क में था। जेठड़ी गैंग सागर की मौत का बदला लेने की साजिश रच रहा है। सुशील के गुरुग्राम में छिपे होने की आशंका से इन दोनों गैंग की शहर में टकराव की उम्मीद तो है, लेकिन दोनों ही गैंग शहर में सक्रिय नहीं हैं। पहलवान सागर की हत्या मेें आरोपी सुशील कुमार के फरार होने के बाद से ही उसके गुरुग्राम में छुपे होने के भी कयास लगाए जा रहे हैैं। इसे लेकर शहर की क्राइम ब्रांच पुलिस अलर्ट मोड पर है और शहर में सर्च ऑपरेशन भी चलाए गए हैं।
अब इस मामले में एक और नया मोड़ आ गया है। अपराधी प्रवृति के इन पहलवानों के गुटों की वर्चस्व की लड़ाई में दिल्ली और राजस्थान में सक्रिय दो गैंग में संघर्ष होने की आशंका बनी हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक पहलवान सागर शहर के जेठड़ी गैंग के संपर्क में था। यह गैंग अब पहलवान सुशील व इसे समर्थन दे रहे नीरज बवाना के गैंग से बदला लेने पर उतारू हो गया है।
इस संबंध मंे एसीपी क्राइम प्रीतपाल का कहना है कि दोनो ही गैंग शहर में सक्रिय नहीं हैं इसलिए यहां इनके संघर्ष को लेकर कोई खतरा नहीं है।
पहलवान सुशील के मामले में दिल्ली पुलिस जो मदद मांगेगी, वो दी जाएगी। फिर भी यह आशंका जाहिर की जा रही है कि पहलवान सुशील के शहर में मिलने से दोनो गुटों में टकराव की स्थिति बन सकती है।
वहीं सुशील के वकील ने उनके मुवक्किल को हत्या के इस मामले में फंसाये जाने का आरोप लगाया है। वह निर्दोष है और सभी आरोप झूठे व बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि यह सब उनके मुवक्किल की प्रतिष्ठा नष्ट करने व उसे प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने सुशील का पासपोर्ट भी जब्त करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पुलिस ने वाहन, हथियार और डंडे समेत सभी चीजें बरामद कर ली हैं। वहीं पुलिस की और से पेश वरिष्ठ सरकारी वकील अतुल श्रीवास्तव ने कहाकि इस बात के पूरे इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मौजूद है कि आरोपी सुशील स्टिक से हमला कर रहा है। इसके अलावा आरोपी मृतक को गन के बल पर छत्रसाल पार्किंग में लाया, उन्होंने कहा कि छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में सुशील के अलावा सोनू, सागर धनकड़, अमित भी उसके साथ थे। सुशील को पता है कि सोनू हिस्ट्रीशीटर है और वह काला जेथरिया गिरोह का सदस्य है और कई आपराधिक मामलों में लिप्त है।
उन्होंने कहा कि जिस फ्लैट को खाली करवाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया वह याची की पत्नी के नाम पर है। दो माह का किराया न मिलने पर इस घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के अलावा इनाम भी घोषित किया गया है और वह यदि निर्दोष है तो फरार क्यों है। इसके अलावा उसके विदेश भागने की संभावना के तहत पासपोर्ट को सीज किया गया है।
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