
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- सागर धनखड़ हत्याकांड में पिछले 9 महीने से फरार चल रहे एक और आरोपी को स्पेशल सेल नेगिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सुशील पहलवान का साथी है और उस पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। डीसीपी (स्पेशल सेल) जसमीत सिंह के मुताबिक, आरोपी का नाम परवीन डबास है। इस मामले में अब तक इस हत्याकांड में ओलंपियन सुशील कुमार समेत 18 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक, स्पेशल सेल की एक टीम को ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार के सहयोगी परवीन डबास के अपने गांव मदनपुर डबास के पास होने की जानकारी करीब एक महीने से मिल रही थी। इस बीच 3-4 जनवरी की रात दिल्ली में गांव सुल्तानपुर डबास के पास प्रेम पियाओ रोड के पास एक टीम बनाकर जाल बिछाया गया। इस दौरान रात में डबास को सड़क पर देख गया और फिर उसे घेरकर ने पकड़ लिया।
बता दें कि दिल्ली के मॉडल टाउन स्थित एक फ्लैट को लेकर हुए झगड़े में देश के स्टार और ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर 4 युवा पहलवानों की पिटाई कर दी थी। इस घटना में सोनीपत के रहने वाले पहलवान सागर धनखड़ की मौत हो गई थी। सुशील कुमार के साथ-साथ अब तक 18 लोग इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सुशील कुमार ने बताया कि वह पहलवान सागर धनखड़ को सिर्फ डराना चाहता था, इसलिए पिटाई की थी। यही नहीं, हथियार भी इसीलिए लाए गए थे और इस पूरी घटना का वीडियो खौफ पैदा करने के लिए बनवाया गया था, हालांकि सागर को मारने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन जब उसकी मौत की सूचना मिली तो मैं भाग गया और 18 दिन तक गायब रहा। इसके बाद दिल्ली लौटा। वहीं, इस मामले को लेकर सागर की मां ने कहा था कि सुशील कुमार ने एक गुरु और शिष्य के रिश्ते को तार-तार किया है। साल 2012 में सुशील कुमार की कुश्ती देख कर ही सागर को पहलवान बनने की लालसा जगी थी, लेकिन सुशील कुमार ने जिस तरह से सागर की हत्या की है, वह एक जघन्य अपराध है और हमारी सरकार और न्यायपालिका से मांग है कि सुशील कुमार को जल्द से जल्द फांसी की सजा सुनाई जाए, ताकि हमें न्याय मिल सके।
Best editing yadav ji.