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    July 20, 2025

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    मुखमेलपुर में भी 24 घंटे पहले दिखा था तेंदुआ

    - प्राथमिक स्कूल से कुछ मीटर की दूरी पर लिखा था तेंदुआ, खेतों में मिले हैं पंजे के निशान

    मानसी शर्मा / – अलीपुर स्थित मुखमेलपुर गांव में मंगलवार की सुबह नगर निगम प्राथमिक स्कूल के पीछे ग्रामीणों ने एक तेंदुआ देखा था। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को भी दी थी। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ कर्मचारी शिकायत पर पहुंचे तो जरूर, लेकिन यह कहते हुए चले गए कि रात में जैसे ही तेंदुआ जंगल से बाहर आएगा, उसे पकड़ लेंगे। फिर वे लौटकर नहीं आए। इससे ग्रामीणों में भय का माहौल है।

    ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार की सुबह हाईवे पर जिस तेंदुए की मौत हुई है, उसका कद छोटा है, जबकि गांव में देखा गया तेंदुआ बड़ा था। उन्होंने बताया कि इस गांव में एक ही साथ दो सरकारी स्कूल हैं। इनमें सैकड़ों छात्र व छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं। इसके अलावा आसपास काफी तादाद में लोग भी रहते हैं। लोग काफी तनाव व डर के साए में जी रहे हैं। जैसे ही तेंदुए होने की खबर आसपास के गांव के लोगों को लगी, बच्चों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है । स्कूल व अन्य जगहों पर बच्चों को अपने साथ ले जा रहे हैं।

    सर्च आपरेशन चलाना है जरूरी

    ग्रामीणों का कहना है कि मुखमेलपुर, इब्राहिमपुर, कादीपुर, कुशक, जिंदपुर, नंगलीपुना, केशव नगर और बख्तावरपुर के आसपास जंगल और झाड़ियों में सर्च आपरेशन चलाया जाना जरूरी है। तेंदुआ दिखने के साथ-साथ खेतों में पंजों के निशान भी मिले हैं। जिससे यह जाहिर होता है कि क्षेत्र में अभी भी तेंदुए की मौजूदगी है। शिकार के लिए शहर का रुख करते हैं तेंदुए : वन व वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जब जंगल में तेंदुए को कोई शिकार नहीं मिलता है, तो वह शहर की ओर आता है। उनका सबसे पसंदीदा शिकार कुत्ता होता है। अक्सर देखने में आया है कि रात के समय आबादी वाले क्षेत्र में कुत्ते काफी संख्या में होते हैं। ऐसे में तेंदुआ शिकार के लिए आता है। वन व वन्यजीव विभाग के अधिकारी विपुल पांडेय, डीसीएफ (उत्तरी रेंज) ने बताया कि मुखमेलपुर में तेंदुआ देखे जाने की जानकारी तो मिली थी। कुछ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।

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