मानसी शर्मा / – महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने मंगलवार को कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए, कहा कि वह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे। चव्हाण ने सोमवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “आज मेरे जीवन में एक नए राजनीतिक करियर की शुरुआत है।” पूर्व मुख्यमंत्री एसबी चव्हाण के बेटे अशोक चव्हाण (65) ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस छोड़ना उनका स्वतंत्र निर्णय था और उन्होंने अपने फैसले के लिए कोई विशेष कारण नहीं बताया।
इन नेताओं ने छोड़ी पार्टी
कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा ने भी पार्टी छोड़ दी थी। चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले के निवासी हैं। वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख भी थे। उन्होंने भोकर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया और नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे हैं।
कांग्रेस के लिए अहम हैं अशोक चव्हाण
चौहान का इस्तीफा महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। इसके दो कारण हैं। सबसे पहले तो ये कि जल्द ही लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। दूसरी बात ये कि इस साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों ही अहम हैं क्योंकि यहां कांग्रेस लंबे समय से सत्ता में है। लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने से यहां कांग्रेस कमजोर होती जा रही है।
मुख्यमंत्री रह चुके हैं चव्हान
चव्हाण के भाजपा में शामिल होने की चर्चा के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने संवाददाताओं से कहा, “देखते हैं आगे क्या होता है। चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले से हैं। उनके पिता, दिवंगत शंकरराव चव्हाण, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। अशोक चव्हाण मुंबई में आदर्श हाउसिंग घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए 2010 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वह 2014-19 के दौरान राज्य कांग्रेस प्रमुख भी थे।
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