
बहादुरगढ़/शिव कुमार यादव/- बहादुरगढ रर्नस ग्रुप एक ऐसा प्रेरणादायक प्लेटफॉर्म है जो पिछले छह साल से निस्वार्थ भाव से समाज मे फिटनेस के लिए क्रांति के रुप मे कार्य कर रहा है। हर साल की तरह इस साल भी बीआरजी के चौथे संस्करण का आगाज 9 जनवरी को हो चुका है। बहादुरगढ़ में रनिंग का यह उत्सव 21 दिन तक चलेगा। बीआरजी के जो जीता वही सिकंदर रनिंग चैलेंज में शामिल होकर बहादुरगढ़वासी फिटनेस के साथ-साथ अपना दमखम दिखा रहे हैं।

इस अवसर पर बीआरजी के मुख्य कोच दीपक छिल्लर ने बताया कि बहादुरगढ रर्नस ग्रुप द्वारा आयोजित चौथा संस्करण “बीआरजी जो जीता वही सिकंदर“ चैलेंज एक फ्री वर्चुअल रनिंग चैलेंज है, जिसमें सभी लोग भाग ले सकते हैं। यह चैलेंज बहादुरगढ़ में रहने वाले रनिंग प्रेमियों के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किया गया है। इस चैलेंज में आप अपने रनिंग ऐप के माध्यम से अपने रन रिकॉर्ड कर सकते हैं और अपनी एक्टिविटी भेज सकते हैं।

चैलेंज की शर्तें और कैटेगरीः
1. शुरुआत करने वालों (ठमहपददमते) के लिएः 21 दिन में कम से कम 2 किलोमीटर की सिगलं रनिंग पूरी करनी होगी।
सफलतापूर्वक 21 दिन पूरा करने पर फिनिशर सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
2. स्पेशल कैटेगरीः बच्चों और 50$ उम्र के प्रतिभागियों के लिए विशेष कैटेगरी बनाई गई है।
3. मुख्य कैटेगरी (ब्रोंज, सिल्वर, गोल्ड, डायमंड): जो कि मैराथन और अल्ट्रारन के लिए
ब्रोंज कैटेगरीः 21 दिन तक रोज 5 किलोमीटर की सिंगल दौड़।
सिल्वर कैटेगरीः मैराथन करने वालो के लिए 21 दिन तक रोज 10 किलोमीटर की सिंगल दौड़। अल्ट्रारनर्स के लिए स्पेशल गोल्ड और डायमंड कैटेगरी बनाई गई है।
गोल्ड कैटेगरीः अल्ट्रारनर्स के लिए 21 दिन तक रोज 15 किलोमीटर की सिंगल दौड़।
डायमंड कैटेगरीः 21 दिन तक रोज 21 किलोमीटर की सिंगल दौड़। जो सबसे ज्यादा रन करेगा उसे “जो जीता वही सिकंदर“ के टाइटल से नवाजा जाएगा।
अन्य आकर्षणः
हर दिन दो लकी ड्रा निकाले जाएंगे, जिससे रनर्स का उत्साह बढ़ाया जाएगा। बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह चैलेंज खास प्रेरणा देने वाला है। यह चैलेंज न केवल फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि सभी उम्र और स्तर के प्रतिभागियों को रनिंग में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है।
तारीखेंः 9 जनवरी से 30 जनवरी
स्थानः बहादुरगढ़ (वर्चुअल चैलेंज) आप कही भी रन कर ऐप के माध्यम से रनिंग डाटा भेज सकते हैं।
मुख्य उद्देश्यः
लोगों को रनिंग की आदत डालना।
नए धावकों को प्रेरित करना।
बहादुरगढ़ के छिपे टैलेंट को उभारना।
समुदाय में फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल को बढ़ावा देना।
भागीदारी और उपलब्धियांः
इस साल 150$ धावक भाग ले रहे हैं। बच्चो और सिनियर की भागीदारी बढी है। 50 फीसदी से ज्यादा धावक नए (बिगिनर्स) हैं। पिछली बार के प्रतिभागी अब बड़े मैराथन में सफलता पा रहे हैं।
रनिंग के लाभ
1. शारीरिकः
मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
हृदय और फेफड़ों का स्वास्थ्य बेहतर करता है।
वजन नियंत्रित करता है।
2. मानसिकः
तनाव कम करता है।
आत्म-विश्वास और अनुशासन बढ़ाता है।
3. दीर्घकालिकः
ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित करता है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करता है।
सुझाव और तैयारी
शुरुआती लक्ष्यः धीरे-धीरे दूरी बढ़ाएं।
वार्मअपः दौड़ने से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग करें।
हाइड्रेशनः पर्याप्त पानी पिएं।

सामूहिक भागीदारीः ग्रुप रनिंग में हिस्सा लें।. बच्चो और महिलाओ में एक अलग ही जोश हैः
नीलम राठी, अनु राठी, रेखा बेनीवाल ,माधवी, शिवानी, किरन, अमरिता, वंदना, गरिमा, सोनिया, रीना, अमरित, संगीता
रेयांश टाक, संजू सैनी, आर्ची गोदारा, आरिका बघेल, भोमिक, अक्षय शर्मा, हर्षित। वहीं सिनियर में बह्मप्रकाश मान, रणबीर सांगवान, देवेन्द्र किशोर, रविंद्र दहिया, एन के शर्मा मुकेश दहिया, विजय दहिया, सुरेंद्र दलाल, जगदीश राठी सबके लिए उदाहरण पेश कर रहे हैं। वहीं जाने माने अल्ट्रारन प्रवीन सांगवान, गुलाब सिह, बादल तेवतीया, नरेन्द्र राम, दीपक छिल्लर की भागीदारी, साथ ही रेगुलरिटी की उदाहरण दे चुके नवीन राणा, नवनीत दलाल, नरेश शर्मा सभी धावको मे जोश भर रहा है।
“जो जीता वही सिकंदर“ केवल एक चैलेंज नहीं, बल्कि फिटनेस की ओर एक प्रेरणा है। रनिंग को जीवन का हिस्सा बनाएं और बहादुरगढ़ को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाएं!
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