
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फरार आरोपी ओलंपियन सुशील पहलवान पुलिस को बार-बार चकमा दे रहा है लेकिन पुलिस भी धीरे-धीरे सुशील पर सिकंजा कस रही है और तीन शहरों पर पुलिस की नजर टिक गई है जहां सुशील के छीपे होने की आशंका जाहिर की जा रही है। हालांकि शनिवार को सुशील पहलवान समेत नौ लोगों के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिये है जिसके बाद से सुशील की मुश्किलें और बढ़ गई है। वहीं अब दिल्ली पुलिस आरोपी पर इनाम घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।
उधर, सुशील कुमार की तलाश में पुलिस ने गुरुग्राम में छापा मारा, लेकिन अभी तक आरोपी तक पहुंचना संभव नहीं हो सका है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में आरोपी ओलंपियन सुशील कुमार को लेकर गेंद दिल्ली सरकार के पाले में भी डाल दी है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर सुशील के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। दूसरी तरफ हत्याकांड मामले में छोटी धाराएं लगाने के लिए विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी ने कथित रूप से काफी दवाब डाला था। सुशील ने इस अधिकारी से दवाब डलवाया था। ये बात भी सामने आई है कि सुशील एक दिन के लिए हरिद्वार गया था। बात नहीं बनने पर वह वापस आ गया था।
दिल्ली पुलिस के एक संयुक्त पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी ने बताया कि सुशील कुमार रेलवे में तैनात है। वह डेपुटेशन पर छत्रसाल स्टेडियम के ओएसडी के पद पर तैनात है। उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस ने दिल्ली सरकार की शिक्षा एवं खेल विभाग की उपनिदेशक व छत्रसाल स्टेडियम की प्रशासक आशा अग्रवाल को एक दिन पहले पत्र लिखा है और सुशील के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। दिल्ली पुलिस ने उपनिदेशक को पत्र लिखकर बताया है कि सुशील कुमार हत्या के केस में वांछित है और उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। अब देखना ये है कि दिल्ली सरकार ओलंपियन सुशील कुमार के खिलाफ कब तक कार्रवाई करती है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वारदात के समय दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त स्तर के अधिकारी ने जिले के पुलिस अधिकारियों पर दवाब डाला था और सुशील के खिलाफ धारा 302(हत्या) की बजाय 304 (गैर इरादतन हत्या) में मामला दर्ज करने का दवाब डाला था। इस कारण इस मामला दर्ज करने में काफी देरी हुई थी। सुशील कुमार को लेकर दिल्ली पुलिस के कई अधिकारी सामने-सामने हो गए हैं। विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी ने ये भी दवाब डाला था कि सुशील के खिलाफ आईपीसी की धारा 365(अपहरण) की धारा न लगे। सुशील अपने साथियों के साथ सागर को माडल टॉउन से उठाकर छत्रसाल स्टेडियम ले गया था। ऐसे में अपहरण की धारा लगनी थी।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सागर की हत्या के कुछ दिन बाद सुशील हरिद्वार गया था। वह सुबह हरिद्वार गया था। बात नहीं बनी तो वह वापस आ गया था। बताया जा रहा है कि वह यहां पर कई लोगों से मिला था। इस लोगों ने सुशील की सहायता करने से मना कर दिया।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार सुशील कुमार की अब लोकेशन मेरठ व सोनीपत के आसपास आ रही है। वह ज्यादातर सोनीपत, मेरठ व झज्जर घूम रहा है। सुशील इस फिराक में है कि वह इस मामले में गिरफ्तार न हो। वह इस फिराक में भी है कि सुशील को अग्रिम जमानत मिल जाए।
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