नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। सभी दलों ने जनता के बीच जाना शुरू कर दिया है या फिर जाने की योजना बना रहे हैं। इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी बिना किसी गठबंधन के ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। केजरीवाल के इस बयान पर अब कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन से साफ इंकार करते हुए कहा कि गठबंधन के कारण लोकसभा चुनाव में उन्हें नुकसान उठाना पड़ा था।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप ने मिलकर चुनावी मैदान में उतरा था, लेकिन दोनों पार्टियां सभी 7 सीटों पर हार गई थीं। अब, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और कांग्रेस ने भी इस चुनाव में मजबूत प्रदर्शन की योजना बनाई है।
कांग्रेस ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि अब गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केजरीवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कांग्रेस में लोकतंत्र है, हर चीज की समीक्षा की जाती है। कांग्रेस में अधिनायकवाद या तानाशाही नहीं है। हम किसी भी समझौते या गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भ्रष्ट केजरीवाल की पार्टी से कोई समझौता नहीं करेगी।”
देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सरकार की विफलता अब पूरी तरह उजागर हो चुकी है। मंहगाई को कम करने और बेरोजगारी मिटाने का जो वादा केजरीवाल ने किया था, उसे वह पूरा नहीं कर पाए। दिल्ली में जहां-जहां केजरीवाल जा रहे हैं, उन्हें जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली की जनता अब जवाब मांग रही है।
इसके अलावा, देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि कांग्रेस 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव में हमें यह अहसास था कि हमें आम आदमी पार्टी का जनता द्वारा विरोध का खामियाजा उठाना पड़ेगा, और हुआ भी वही। अगर हम गठबंधन के बजाय अकेले चुनाव लड़ते, तो हमें फायदा होता। कांग्रेस प्रत्याशियों को गठबंधन से नुकसान हुआ और इसका परिणाम यह हुआ कि हम एक भी सीट नहीं जीत सके।”
वहीं, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अब अपनी खोई हुई जनाधार को पुनः प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से जुटी हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव अपनी “दिल्ली न्याय यात्रा” के जरिए पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि दिल्ली में करीब एक दशक बाद पार्टी सत्ता में वापस आ सके।
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