नई दिल्ली/- इस बार हम देश की आजादी का 78वाँ स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। देशवासियों में चारों ओर उमंग है, उल्लास है और भरपूर उत्साह है। हर साल जब हम देश की स्वतंत्रता की खुशी मनाते हैं तो मन में यह सवाल उठता है कि देश तो कई साल पहले आजाद हो गया पर क्या वास्तव में हम स्वतंत्र हुए हैं या अभी भी माया की बेड़ियों से बंधे हुए हैं। ऐसे ही अनेक सवाल- जवाबों के साथ इस्कॉन द्वारका इस बार आजादी का उत्सव मना रहा है। 15 अगस्त यानी बृहस्पतिवार के दिन श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश इस्कॉन मंदिर में तिरंगे गुब्बारों की सजावट के बीच इस उत्सव में भाग लेकर असली आजादी के मायनों को समझने का अवसर प्राप्त करें। बच्चों के लिए यहाँ तिरंगे माहौल में रंगारंग विभिन्न आर्ट वर्कशॉप्स का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बच्चे काइट मेकिंग, ट्राई कलर फ्लैग्स, ट्राई कलर बैंड बना सकते हैं।
इस दिन के विशेष आकर्षणों में भगवान का ऑल्टर ट्राई कलर से सुसज्जित रहेगा। भगवान के वस्त्र भी तिरंगे के रंग में होंगे। भगवान के भोग में अनेक व्यंजन भी ट्राई कलर के होंगे। मंदिर के प्रांगण के एक ओर बने फूड स्टॉल्स पर आपको तिरंगा सैंडविच, बरफी, तिरंगे लड्डू, गुलाब जामुन और घेवर आदि भी मिलेगा, वहीं तिरंगे बैलून से सजे गोविंदा रेस्तराँ में आपके लिए चाइनीज व इंडियन कूजिन्स में अनेक मीठे और तीखे पकवान भी लंच और डिनर में उपलब्ध रहेंगे। यहाँ के प्रबंधक मयंक गोसांई बताते हैं कि इस दिन लोग आजादी के मूड में रहते हैं। यहाँ खाने में भी देशभक्ति के भावों को महसूस करने का पूरा अवसर मिलता है। सामान्य पकवानों में जहाँ चाइनीज व इंडियन कूजिन्स सर्व किए जाते हैं तो वहीं इस दिन हम इनके साथ-साथ विशेष पकवानों में उनके लिए इंडिपेंडेंस क्लासिक रोल, जलियाँवाला पनीर टिक्का, तिरंगा पनीर पुलाव, दाल बसंती एवं आजाद पंचरत्नी को भी शामिल करते हैं। मीठे में खीर, गुलाब जामुन और फ्लेवर्ड आइसक्रीम व कई प्रकार के पेय पदार्थ शामिल रहते हैं। सभी व्यंजन भोग लगाकर भगवान के प्रसाद रूप में परोसे जाते हैं। इसके अतिरिक्त मंदिर में पूरे दिन प्रसाद की व्यवस्था रहेगी। चिड़वा प्रसाद के पैकेट्स भी भक्तों के लिए उपलब्ध हैं।
इस्कॉन द्वारका के उपाध्यक्ष श्री गौर प्रभु कहते हैं कि हमने यहाँ के पूरे माहौल को खानपान से लेकर साज-सज्जा तक को आजादी के रंगों से जोड़ने का प्रयास किया है। लेकिन इस अवसर पर हमारा संदेश यही है कि लोग यह जानें कि असली आजादी क्या है! आज व्यक्ति में जीवन में बाहर से सब कुछ ठीक ठाक दिखता है लेकिन अंदर से उसमें भय, चिंता, ईर्ष्या, क्रोध, निराशा, आत्म-संदेह व घृणा आदि घिरी रहती है जो कि किसी न किसी बंधन के कारण होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हम सचमुच में आजाद हैं? अगर हम इन सबसे मुक्त हो सके तो हम कह सकते हैं कि सही मायनों में हम आजाद हैं! तो क्या आप आज के दिन अपनी आजादी की घोषणा कर सकते हैं? भगवद्गीता को पढ़ने के बाद आप अवश्य ही आप ऐसा कर सकते हैं क्योंकि इसमें भगवान बता रहे हैं कि माया के बंधन के कारण जीव उपरोक्त प्रकार के नकारात्मक विचारों से ग्रस्त रहता है। किंतु जो मेरे शरणागत हो जाते हैं वे सरलता से इसे पार कर जाते हैं। अतः हमें कृष्ण से जुड़ना चाहिए। तभी हम वास्तव में असली आजादी का अनुभव कर सकेंगे। असली आजादी को पाने के लिए हर घर में तिरंगे के साथ ‘भगवद्गीता’ भी होनी चाहिए। भगवद्गीता व भागवतम ग्रंथों को प्राप्त करने के लिए आप मैचलेस गिफ्ट सेंटर (8929873365) से संपर्क कर सकते हैं।
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