नजफगढ़ मेट्रो न्यूज/गुरूग्राम/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- में अब तक कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद दूसरे मरीजों की जान बचाने के लिए 1234 लोग प्लाजा डोनेट करने को आगे आए, जिनमें से 679 व्यक्ति डोनेट करने की स्वास्थ्य की पात्रता पूरी करते पाए गए हैं। इन 679 व्यक्तियों के प्लाज्मा से 1292 यूनिट प्लाज्मा दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दिया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त डा यश गर्ग ने बताया कि प्लाज्मा डोनेट करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जिला प्रशासन और रोटरी ब्लड बैंक की ओर से मेडल, प्रशंसा पत्र के साथ वाॅरियर शील्ड देते हुए सम्मानित किया जा रहा है। इस कार्य में कैनविन फाउंडेशन द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन को लेकर लोगों में पहले की अपेक्षा जागरूकता बढ़ी है और अब लोग एक से अधिक बार अपना प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आ रहे है।
डा. यश गर्ग ने बताया कि रोटरी ब्लड बैंक द्वारा प्लाज्मा लेने से पहले व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाती है और सभी रिपोर्ट सही आने के बाद ही उसका प्लाज्मा लिया जाता है। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 679 व्यक्ति अपना प्लाज्मा डोनेट करने के लिए पूरी तरह स्वस्थ पाए गए। इन 679 व्यक्तियों से 1292 यूनिट प्लाज्मा रोटरी ब्लड बैंक को प्राप्त हुआ है जिसके बाद ब्लड बैंक द्वारा यह प्लाज्मा दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दिया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि पहले लोगो में प्लाज्मा डोनेशन करने को लेकर विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां थी, लेकिन अब लोग इसे लेकर अपने संशय दूर कर रहे हैं और कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आ रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि प्लाजमा डोनेट करने वाले व्यक्ति को रोटरी ब्लड बैंक की ओर से एक कार्ड बनाकर भी दिया जाता है जिसका वे एक साल के अंदर जरूरत पड़ने पर प्रयोग कर सकते हैं।
प्लाज्मा डोनेशन के बारे में जानकारी देते हुए रोटरी क्लब से मैडिकल ऑफिसर व नोडल अधिकारी डा. महिमा ने बताया कि प्लाजमा डोनेट करने के लिए व्यक्ति की आयु 18 से 60 साल के बीच होनी अनिवार्य है।कोरोना संक्रमण से ठीक होने के उपरांत 14 दिन के बाद प्लाजमा डोनेट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में केवल वे महिलाएं प्लाज्मा डोनेट कर सकती हैं जो कभी मां नही बनी या जिसका कभी गर्भपात नही हुआ हो। पुरूषों में कोई भी व्यक्ति प्लाज्मा डोनेट कर सकता है, परंतु यदि वह मधुमेह रोगी है तो उसका ब्लड शुगर नियंत्रित होना चाहिए और वह इंसुलिन पर निर्भर ना हो। प्लाज्मा डोनेट करने से पहले व्यक्ति को अधिक से अधिक तरल पदार्थ पीना चाहिए और कम से कम 2 घंटे पहले भोजन लेना चाहिए। प्लाज्मा डोनेट करने के लिए व्यक्ति का वजन 55 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए।
उपायुक्त ने कोरोना संक्रमण के बाद रिकवर हुए व्यक्तियों से आव्हान करते हुए कहा कि वे प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आएं क्योंकि उनका दान किया हुआ प्लाज्मा अन्य कोरोना संक्रमित रोगियों की जान बचाने में सहायक होगा।
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