
नजफगढ़ मेट्रो न्यूज़/अनीशा चौहान/- भारत की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस को 32 हजार करोड़ रुपये के जीएसटी नोटिस का सामना करना पड़ रहा है। यह नोटिस हाल ही में जारी किया गया है। यह नोटिस भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि इन्फोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के खिलाफ जीएसटी उल्लंघन के आरोप से पूरे क्षेत्र में कर अनुपालन के मानकों और प्रवृत्तियों पर सवाल उठ सकते हैं और इसके चलते कंपनी की वित्तीय स्थिति और करदायित्वों पर असर पड़ सकता है।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) द्वारा इन्फोसिस को भेजे गए इस नोटिस में आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने जीएसटी (वस्त्र और सेवा कर) नियमों का उल्लंघन किया है। इसमें कहा गया है कि इन्फोसिस ने अपनी सेवाओं पर कर की अदायगी में कमी की है और करदाताओं के साथ सही जानकारी साझा नहीं की है।
इन्फोसिस की प्रतिक्रिया
इन्फोसिस ने इस नोटिस को प्राप्त करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है और इसे जांच के लिए प्रस्तुत करने की प्रक्रिया का हिस्सा बताया है। कंपनी ने कहा है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर इसका समाधान निकालने की कोशिश करेगी।
जीएसटी उल्लंघन का प्रभाव
अगर इन्फोसिस पर लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं, तो कंपनी को भारी जुर्माना और कर की अतिरिक्त राशि का भुगतान करना पड़ सकता है। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है और इसके शेयर बाजार में भी असर दिखाई दे सकता है।
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