अयोध्या/उमा सक्सेना/- अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगलाभारी गांव में गुरुवार देर शाम एक भयावह हादसा हो गया। शाम करीब 7:30 बजे हुए तेज धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया, जिसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। इस हादसे में एक ही परिवार के पिता और तीन बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। प्रशासनिक अमला तुरंत मौके पर पहुंचा और देर रात तक बचाव कार्य चलता रहा।

आवाज से कांप उठा इलाका, चकनाचूर हुआ मकान
धमाका इतना जबरदस्त था कि मकान की एक-एक ईंट बिखर गई और दीवारें चकनाचूर हो गईं। ग्रामीणों के मुताबिक, विस्फोट के बाद चारों ओर धूल और धुआं छा गया। हादसे की सूचना मिलते ही एसएसपी गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
मलबे से निकाले गए पांच शव, रसोई गैस या कुकर विस्फोट की आशंका
स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस टीम ने मकान मालिक रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ, उनकी बेटी ईशा (10), पुत्र लव (7), यश (5) और मजदूर रामसजीवन को मलबे से बाहर निकाला। सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने पांचों को मृत घोषित कर दिया।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि मौके से कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ, लेकिन फटा हुआ कुकर और सिलिंडर मिलने से यह आशंका है कि हादसा रसोई गैस विस्फोट से हुआ हो सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक, दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा,
“अयोध्या में हुई यह दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति और परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति मिले।”
सीएम ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेजी से करने और घटना की गहन जांच रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए हैं।
मौके से बरामद फटा सिलिंडर और कुकर, टीम ने की बारूद जांच
घटनास्थल से फटे हुए कुकर और सिलिंडर के अवशेष बरामद किए गए हैं। पुलिस और बीडीएस (Bomb Disposal Squad) की टीम ने क्षेत्र की जांच की लेकिन अब तक बारूद या विस्फोटक के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।
रात 11 बजे तक डॉग स्क्वॉड और दो जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम जारी रहा।
पिछले साल भी इसी घर में हुआ था धमाका, तब भी गई थीं जानें
गौर करने वाली बात यह है कि इसी रामकुमार गुप्ता के घर में वर्ष 2024 में भी विस्फोट हुआ था, जिसमें उसकी मां, पत्नी और एक युवती की मौत हो गई थी।
ग्रामीणों के मुताबिक, रामकुमार पटाखों का कारोबार करता था और अक्सर घर में स्टॉक रखता था। हालांकि, इस बार प्राथमिक जांच में रसोई गैस सिलिंडर फटने की संभावना जताई जा रही है।
50 से 100 मीटर दूर जा गिरे दरवाजे और खिड़कियां
विस्फोट की तीव्रता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि मकान के दरवाजे और खिड़कियां 100 मीटर तक जा गिरीं।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह हादसा गांव के भीतर वाले पुराने घर में हुआ होता, तो कई और घर तबाह हो सकते थे।
फिलहाल प्रशासन मौके पर कैंप किए हुए है और हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है।


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